– आउटकम बेस्ड एजुकेशन प्रणाली को लागू करना समय की मांग: कुलपति प्रो. विद्यार्थी कार्यक्रम से मिलेगा देश के 200 शिक्षकों को प्रशिक्षण
रिपोर्ट – कविता कंवर राठौड़

बीकानेर। बीकानेर अभियांत्रिकी महाविद्यालय बीकानेर के इलेक्ट्रोनिक इंस्ट्रूमेंटेशन विभाग द्वारा आयोजित तथा अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद नई दिल्ली के अटल अकादमी योजना की और से प्रायोजित “आउटकम बेस्ड एजुकेशन” विषयक पांच दिवसीय शिक्षण प्रशिक्षण कार्यक्रम का बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अम्बरीश शरण विद्यार्थी के मुख्य आथित्य में आगाज हुआ. प्रो. विद्यार्थी ने शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के लिए आउटकम बेस्ड एजुकेशन की महत्ता पर जोर दिया. उन्होंने बताया की वैश्विक स्तर पर हमारे देश के शिक्षण संस्थान गुणवत्ता रैंकिंग में काफी पीछे है जिसे आउटकम बेस्ड क्वालिटी एजुकेशन के द्वारा सुधारा जा सकता है l राजस्थान तकनिकी विश्वविद्यालय कोटा के प्रो. रंजन माहेश्वरी ने कौशल युक्त शिक्षा को विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास हेतु आवश्यक बताया.

प्राचार्य डॉ जयप्रकाश भामू ने कहा कि वर्तमान में एजुकेशन सिस्टम में बदलाव अति आवश्यक है और आउटकम बेस्ड एजुकेशन इस दिशा में महत्वपूर्ण साबित हो सकता है. सभी शैक्षणिक संस्थान अगर आउटकम बेस्ड एजुकेशन की पद्धति पर कार्य करना शुरू करें तो निश्चित रूप से छात्रों में स्किल डेवलपमेंट होगा और उन्हें रोजगार के अच्छे अवसर प्राप्त हो सकेंगे| कार्यशाला समन्वयक डॉ जितेंद्र कुमार जैन ने बताया कि इस कार्यक्रम में देश भर के करीब 200 शिक्षकों को ऑनलाइन प्रशिक्षण दिया जा रहा है.

कार्यक्रम के अंत में श्री हरजीत सिंह ने उपस्थित सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया. सह समन्वयक डॉ. ऋतुराज सोनी ने बताया की कार्यशाला के समापन पर होने वाली परीक्षा को उत्तीर्ण करने पर एआईसीटीई द्वारा ऑनलाइन प्रशिक्षण पत्र दिए जायेंगे. इस अवसर पर संस्थान के रजिस्ट्रार डॉ. मनोज कुड़ी, डॉ. राहुल राज चौधरी, आदि उपस्थित थे ।