

पेपर लीक मामले में लेक्चरर उदाराम विश्रोई की गिरफ्तारी के बाद जिले के 3 अन्य टीचर के नाम भी सामने आए है. इनका नाम सामने आने के बाद शिक्षा विभाग ने शनिवार को तीनों टीचर को निलंबित कर दिया है.
जालोर: जालोर जिले में रीट प्रकरण में उदाराम विश्नोई की गिरफ्तारी होने के बाद जालोर में एसओजी की टीमें लगातार दबिश दे रही है. वहीं, पेपर लीक मामले में लेक्चरर उदाराम विश्रोई की गिरफ्तारी के बाद जिले के 3 अन्य टीचर के नाम भी सामने आए है. इनका नाम सामने आने के बाद शिक्षा विभाग ने शनिवार को तीनों टीचर को निलंबित कर दिया है.
वहीं, उदाराम की गिरफ्तारी के बाद 3 टीचर भूमिगत हो गए हैं. इनमें 2 लेक्चरर एवं 1 प्रबोधक हैं. जानकारी मुताबिक राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय सूरांचद में कार्यरत्त व्याख्याता शैतानसिंह राजपूत, राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय राह के चुन्नीलाल विश्रोई और राजकीय उच्च प्राथमिक स्कूल धर्माणियों की ढाणी फागोतरा के प्रबोधक छतराराम पुरोहित तीनों उदाराम की गिरफ्तारी के बाद से स्कूल नहीं आ रहे हैं. बता दें कि शिक्षा विभाग जालोर की ओर से तीनों की रिपोर्ट तैयार कर शुक्रवार को निदेशालय प्रस्ताव भेजा गया था, जिसके बाद विभाग ने निलंबित कर दिया गया.
तीनों टीचर निलंबित
बता दें कि, शैतानसिंह राजपूत मूलत: सांगड़वा निवासी लेक्चरर शैतानसिंह राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय सूराचंद में व्याख्याता के पद पर कार्यरत है. उदाराम की गिरफ्तारी के बाद से शिक्षक अनुपस्थित चल रहा है. एसओजी भी तलाश कर रही है. बताया जा रहा है कि शैतानसिंह पेपर सॉल्वर की भूमिका निभाई थी.
वहीं. चुन्नीलाल विश्रोई वाडा भाड़वी निवासी हैं. वह राजकीय उच्च माध्यमिक स्कूल राह में कार्यरत हैं. चुन्नीलाल भी उदाराम की गिरफ्तारी के बाद से अनुपस्थित हैं. सूत्रों के अनुसार इनकी भूमिका भी पेपर सॉल्वर की बताई जा रही है.
जबकि, छतराराम पुरोहित राजकीय उच्च प्राथमिक स्कूल धर्माणियों की ढाणी फागोतरा में प्रबोधक के पद पर कार्यरत है. छतराराम भी उदाराम की गिरफ्तारी से बाद से अनुपस्थित चल रहा है.
बता दें कि रीट पेपर लीक मामले पर राजस्थान एसओजी ने अब तक 38 से ज्यादा आरिपोयों को गिरफ्तार की हैं. बड़ी मछलियों की बात करें तो सबसे पहले उत्तराखंड से बत्तीलाल को गिरप्तार किया गया. बत्तीलाल के खुलासे के बाद भजनलाल गिरफ्त में आया. फिर एसओजी ने शिक्षा संकुल से पेपर लीक करने वाले रामकृपाल और उदाराम को गिरफ्तार किया.
वहीं, राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अध्यक्ष डीजी जारोली को सरकार ने बर्खास्त कर दिया. बुधवार को एसओजी ने बाड़मेर के ठेकेदार भजनलाल और अभ्यर्थी सोहनी देवी को गिरफ्तार किया गया है.
सोहनी देवी ने पर्चा हासिल करने के बाद परीक्षा देने गई. अब तक एसओजी ने 81 लाख जब्त किए हैं. इसमें 71 लाख नकद और 11 लाख बैंक खातों से बरामद हुए हैं. एसओजी एडीदी अशोक राठौड़ ने कहा कि पूरे मनोयोग और संसाधनों के साथ एसओजी काम कर रही है. एसओजी ने मामले में किसी भी तरह के दबाव से इनकार किया है. रीट मामले में एसओजी की कार्यवार्ई लगातार जारी है. वहीं, सरकार भी एक्शन में हैं.