कोविड-19 के मद्देनजर ब्लाॅकवार नोडल अधिकारी नियुक्त

बीकानेर, 14 जुलाई। जिला कलेक्टर नमित मेहता ने कहा कि जिले के विभिन्न उपखंड क्षेत्रों में अगर कोरोना पॉजिटिव मिलते हैं तो ऐसे रोगियों को उसी उपखंड क्षेत्र में बने कोविड-19 सेंटर में ही भर्ती कर इलाज किया जाए। सभी उपखंड मुख्यालय पर कोरोना सेंटर्स में संपूर्ण मूलभूत सुविधाएं रहे इसकी पुख्ता व्यवस्था रहे । उन्होंने बताया कि सभी उपखंड क्षेत्रों में कोरोना की रोकथाम के लिए बेहतर कार्य प्रणाली अपनाई जाए इसके लिए राजस्थान प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ अधिकारियों को पृथक-पृथक जिम्मेदारी दी गई है। ये अधिकारी आबंटित अपने उपखंड क्षेत्र के एसडीएम और ब्लॉक सीएमएचओ से लगातार फीडबैक लेते हुए भ्रमण करेंगे तथा कोविड-19 सेंटर का भी समय-समय पर निरीक्षण करेंगे तथा किसी तरह की समस्या आने पर तत्काल जिला मुख्यालय पर बताएंगे ताकि समस्या का समाधान शीघ्रता से हो सके।

मेहता मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में कोविड-19 की समीक्षा बैठक में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि सभी ब्लॉक सीएमएचओ 300 सैंपल प्रतिदिन लेवें। सैंपल लेते समय इस बात का भी ध्यान रखा जाए कि पहले आईएलआर की जांच करें। जिन व्यक्तियों का प्रथम दृष्टा लक्षण लगता हो उन सभी लोगों की कोरोना जांच की जावे इसके पीछे उद्देश्य यह रहेगा कि वाकई में जिन लोगों की जांच होनी हो उनकी जांच हो जाए।
जिला कलेक्टर ने कहा कि शहर के जिन क्षेत्रों में निषेधाज्ञा लगी हुई है तथा इन क्षेत्रों में यदि कोई पाॅजिटीव मिलता है तो ऐसे मरीजों को इन क्षेत्रों में बने सभाभवन में रखा जाए। केवल गंभीर तथा 60 वर्ष से अधिक आयु के मरीजों को ही ेपीबीएम अस्पताल में शिफ्ट किया जाए। इसी तरह जो रोगी घर में ही रहना चाहता हो और घर में संपूर्ण व्यवस्थाएं बेहतर हो तो ऐसे रोगियों को घरों में ही रखकर इलाज किया जाए। मगर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग होम क्वारंटीन वाले ऐसे सभी रोगियों पर लगातार मॉनिटरिंग करता रहे।

जिला मुख्यालय स्थित 16 शहरी पीएचसी केे 4 जोन बनाए जाए
जिला कलेक्टर ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बी एल मीना को निर्देश दिए कि जिला मुख्यालय पर स्थित 16 शहरी पीएचसी को चार जोन में विभक्त कर दिया जाए और इन चार जोन में इस तरह से व्यवस्था हो कि क्षेत्र के सभी निवासी इन अस्पतालों में कोरोना की जांच करवा सके। जोन में रहने वाले आईएलआर रोगियों को चिन्हित कर संबंधित अस्पताल में भेजा जा सके। उन्होंने पीबीएम अस्पताल के अधीक्षक डॉ. मोहम्मद सलीम से कहा कि वह अस्पताल में इस तरह की व्यवस्था रखें कि प्रतिदिन 1000 सैंपल लेकर उनकी जांच हो सके।
जनाना अस्पताल 3 दिन में हो क्रियाशील
जिला कलेक्टर ने पीबीएम अस्पताल के अध्यक्ष को निर्देश दिए कि परिसर में बने नए जनाना अस्पताल में भी जरूरत के मुताबिक कोविड-19 रोगियों को रखा जाएगा इसके लिए इस अस्पताल में सभी सुविधाएं अगले 3 दिन में सुनिश्चित कर ली जाए विशेषकर ऑक्सीजन पाइप का कार्य तत्काल करवा लिया जाए और यहां कम से कम 100 रोगी उपचाराधीन भर्ती कर सके, इसकी समुचित व्यवस्था की जाए।
कोविड-19 के मद्देनजर ब्लाॅकवार नोडल अधिकारी नियुक्त
जिला मजिस्ट्रेट नमित मेहता ने कोविड-19 के मद्देनजर एक आदेश जारी कर जिले में ब्लाॅक वार नोडल अधिकारी नियुक्त किए हैं। आदेशानुसार नगर विकास न्यास सचिव मेघराज सिंह मीना को बीकानेर ब्लाॅक, अतिरिक्त आयुक्त उपनिवेशन प्रेमाराम को कोलायत, जिला रसद अधिकारी यशवंत भाकर को लूणकरनसर, उपायुक्त उपनिवेशन चंद्र भान सिंह भाटी को नोखा व पांचू , उप महानिरीक्षक पंजीयन एवं मुद्रांक ऋषिबाला श्रीमाली और मुख्यकार्यकारी अधिकारी जिला परिषद नरेन्द्र पाल सिंह को खाजूवाला ब्लाॅक का नोडल अधिकारी नियुक्त किया है।

बैठक में अतिरिक्त जिला कलेक्टर (प्रशासन) ए एच गौरी, अतिरिक्त जिला कलेक्टर (शहर) सुनीता चैधरी, अधीक्षक पीबीएम डॉ. मोहम्मद सलीम, मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी डॉ बी एल मीणा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पवन मीणा सहित सभी ब्लॉक स्तरीय राजस्थान प्रशासनिक सेवा के अधिकारी उपस्थित थे।