बीकानेर,14मार्च। जैन श्वेताम्बर तपागच्छ के आचार्यश्री विजय जयानंद सूरिश्वरजी और बीकानेर मूल के गणिवर्य जयकीर्ति म.सा. ने शनिवार को कोचरों के चैक में पंच मंदिर के पास तपागच्छीय अधिष्ठायक चमत्कारी देव श्रीमणिभद्र वीर मंदिर के द्वार का उद््घाटन व नूतन कोचर पुरुष उपासरे का लोकार्पण चतुर्विद संध की साक्षी में किया। आचार्यश्री व गणिवर्यश्रीजी ने गोगागेट के बाहर बल्लभ चैक के पास स्थित गौड़ी पाश्र्वनाथ मंदिर परिसर मंें बड़ी संख्या में श्रावक-श्राविकाओं को संक्रांति महोत्सव में महामंगल पाठ सुनाया।

प्राणी मात्र के प्रति मंगल भावना व्यक्त करते हुए रोग, शोक व दोष दूर करने सबके कल्याण, उन्नति व सद््भाव की प्रार्थना की।
संक्रांति महोत्सव में आचार्यश्री ने पंजाबी व हिन्दी भजन सुनाते हुए कहा कि गुरु कृृपा, मेहरबानियों को हमेशा स्मरण रखते हुए अर्जित द्रव्य का कुछ हिस्सा निष्काम सेवा कार्यों में विसर्जित कर पुण्यार्जन करें। अच्छे कार्यों व धार्मिक कार्यों में लगाया हुए धन की पुण्याई व्यक्ति के साथ चलती है। मां और सच्चे गुरु का उपकार को कभी नहीं भूलें। गणिवर्य जयकीर्ति म.सा. ने कहा कि बीकानेर धर्म धरा है। यहां के श्रावकों में देव, गुरु व धर्म के प्रति हमेशा निष्ठा की भावना रही है। खरतरगच्छ संघ की साध्वीश्री श्रद्धानिधि, दिल्ली से आए वरिष्ठ श्रावक ललित नाहटा, कोचर पंचायत मंदीरात एवं पंचायती टस्ट के अध्यक्ष शांति चंद कोचर, मंत्री निहालचंद, चन्द्र कुमार कोचर, कोषाध्यक्ष संजय कोचर, शांति लाल कोचर, माणकचंद कोचर, राजकुमार कोचर, लीलम सिपानी, बसंत नवलखा, व शांति लाल सेठिया आदि गणमान्य जैन समाज के श्रावक मौजूद थे। करीब चार घंटे चले संक्रांति महोत्सव में मगन कोचर, पिन्टू स्वामी, रौनक कोचर, कंचन कोचर, अमित कोचर व अंकित कोचर और तपागच्छ महिला मंडल ने भजनों व भावों से श्रावक-श्राविकाओं वातावरण को पूर्ण भक्तिमय बनाएं रखा। कमल चंद कोचर व मगन कोचर ने संक्रांति गीत प्रस्तुत किया। जितेन्द्र कोचर ने आयोजन के महत्व को उजागर किया।
नूतन उपासरे का लोकार्पण व द्वार का उद््घाटन- आचार्यश्री विजय जयानंद सूरिश्वरजी और बीकानेर मूल के गणिवर्य जयकीर्ति म.सा. ने कोचरों के नूतन पुरुष उपासरे व मणिभद्रवीर देवजी की देव कुलिका का पुर्नः निर्माण के बाद नवंकार महामंत्र के जाप और जैन आगमों के मंत्रों, जैनाचार्र्योंें के जयकारों के साथ लोकार्पण व उद्घाटन किया। द्वार का लाभ सुश्रावक भंवर लाल, सुन्दरलाल, शांति लाल व देवेन्द्र कुमार कोचर परिवार ने लिया। इस अवसर पर कोचर पंचायत मंदीरात एवं पंचायती टस्ट्र के पदाधिकारी, बड़ी संख्या में श्रावक-श्राविकाएं मौजूद थीं। उन्होंने आचार्यश्री की वंदना कर आशीर्वाद लिया।
स्वामी वत्सल-गौडी पाश्र्वनाथ में संक्रांति महोत्सव के बाद स्वामी वत्सल का आयोजन हुआ जिसका लाभ सुश्रावक माणक चंद-शांति लाल सेठिया, गुलाबचंद-चन्द्र कुमार कोचर और सुश्रावक भंवर लाल, सुन्दरलाल, शांति लाल व देवेन्द्र कुमार कोचर परिवार ने लिया।

नूतन उपासरे में भक्तामर आज- कोचरों के नूतन पुरुष उपासरे में रविवार को सुबह सात बजे भक्तामर पाठ का आयोजन होगा। पाठ का लाभ गुलाबचंद-चन्द्र कुमार कोचर परिवार ने लिया है। आचार्यश्री का नियमित प्रवचन रांगड़ी चैक की तपागच्छीय पौषधशाला में सुबह सवा नौ बजे से साढ़े दस बजे तक 18 मार्च तक होंगे।
आचार्यश्री का जन्म दिन 18 मार्च को-गच्छाधिपति विजय नित्यानंदसूरिश्वजी के आज्ञानुवर्ती आचार्यश्री आचार्यश्री विजय जयानंद सूरिश्वरजी का 66 वां जन्म दिन 18 मार्च को जप,तप, धर्म,ध्यान और दान-पुण्य के साथ रांगड़ी चैक की तपागच्छीय पौषधशाला में सुबह नौ बजे मनाया जाएगा। वरिष्ठ श्रावक शांति लाल कोचर ने बताया कि शांति निवास वृद्ध आश्रम के घर परिवार से बेघर, असहाय व लाचार वृृद्धजनों को भोजन करवाया जाएगा तथा एक वृृद्ध को ट्राई साईकिल प्रदान की जाएगी। इसके अलावा टी.बी.अस्पताल व अन्य संस्थाओं में फल व अल्पाहार वितरित किया जाएगा। तीन साल पूर्व भी आचार्यश्री ने 63 वां जन्म दिन बीकानेर में ही मनाया था।