जितेंद्र व्यास। पर्यटन।
बीकानेर में न केवल भुजिया पापड़ प्रसिद्ध है बल्कि अनेक बातें है जो इसे अन्य शहरों से जुदा करती है। इसीलिए यह कहा गया है कि -ऊंट, मिठाई, स्त्री, सोनो गहनों, शाह। पांच चीज़ प्रिथ्वी सिरे वाह बीकाणा वाह। यहाँ सोने का काम..और भामाशाओं का नाम भी जग जाहिर है।
यहाँ तक कि तत्कालीन जिला कलेक्टर श्रया गुहा के निर्देश पर पर्यटन विभाग के सहायक निदेशक एच एम् आर्य को निर्णय बदलना पड़ा। उस महिला ने भी मुझे फ़ोन पर खरी खरी सुनाई। इसके बाद भी प्रतियोगिताओं में विवाद नहीं थमे। कई बार ऐसा भी हुआ जब निर्णायकों ने अपना निर्णय कागज़ पर लिखकर दिया और स्टेज से किसी ओर का नाम पुकार कर पुरस्कार दिए गए। इसका भी मैं गवाह बना। शेष…अगले अंक में …आपको बताऊंगा क्यों एक रौबीला मुंडन करवाने की धमकी देकर कलेक्टर कार्यालय के आगे जा पहुंचा।