बिहार(सुपौल)ओम एक्सप्रेस ब्यूरों रिपोर्ट-लॉक डाऊन में अपने आवास पर फ़िल्म के शूटिंग मामले में एफआईआर दर्ज होने के बाद पूर्व सांसद सह भाजपा नेता सामने आए हैं । मालूम हो कि पिपरा सीओ के लिखित शिकायत पर लॉक डाऊन में अपने निजी आवास पर फ़िल्म की शूटिंग करवाने मामले में कल पूर्व सांसद विश्वमोहन कुमार सहित 60 अज्ञात लोगों पर मामला दर्ज किया गया था।पूर्व सांसद ने मीडिया से मुखातिब होकर बताया कि साजिश के तहत उनपर मामला दर्ज करवाया गया है । ये विरोधियों की सोची समझी साजिश है ।उनके घर पर कभी पहले न तो शूटिंग हुआ और न ही उस दिन शूटिंग हो रही थी। उन्होंने कहा कि ये सच है कि वे लोग मेरे घर आकर ठहरे हुए थे चूंकि लॉक डाऊन से पूर्व रतौली गाँव मे कलाकारों द्वारा शूटिंग किया गया और लॉक डाऊन होने के बाद सारे सेटअप को बंद कर दिया गया शूटिंग के संचालक रतौली गाव के ही है और उसको जगह का अभाव था इस कारण लॉक डाऊन के बाद उन्होंने सारे सेटअप को मेरे कैम्पस में रखने की पेसकस की उनलोगों ने वापस बम्बई जाने के लिए डीएम एसपी से भी गुहार लगाया था लेकिन कहीं से वापस जाने की स्वीकृति उनलोगों को नही मिली ऐसे में जनप्रतिनिधि होने के नाते स्थानीय लोगों ने भी कैम्पस में रहने देने का दवाब दिया गया परिस्थिति की नजाकत को देखते हुए मैंने उनलोगों को अपने कैम्पस में सेटअप के साथ सिर्फ पनाह दिया था ।

जिस दिन सिओ और थानाध्यक्ष दोनो मेरे घर आये उस दिन वे लोग सारा सेट अप लेकर मेरे घर आये ही थे और सामान रखने के लिए उतार ही रहे थे। कोई शूटिंग नहीं चल रही थी इसके अलावे ठहरे हुए लोगों को कैम्पस में आते ही सेनेटाइज करा दिया गया था सोसल डिस्टेंस का भी पालन करवाया जा रहा था । ऐसे में किस आधार पर शूटिंग करवाने का आरोप लगाया गया ये समझ से परे है । ये सिर्फ विरोधियों की साजिश है जांच के बाद सारा तथ्य सामने आ जायेगा।साथ ही उन्होंने कहा कि उस दिन सिओ से मुझे बात भी नहीं हुआ जबकि एफआईआर में सिओ ने मेरे सहमति का जिक्र किया है जो सरासर गलत है।