बीकानेर नाल एयरबेस पर तैनात कार्पोरल राकेश कुमार सारण ने किया गौरवान्वित

बीकानेर। कारगिल विजय के 20 साल पूरे होने पर भारतीय वायु सेना द्वारा आयोजित ग्लोरी रन में सेना के दल ने इतिहास रचते हुए 4500 किलोमीटर की दूरी 45 दिन में दौड़ कर तय की है। ग्लोरी रन में कार्पोरल राकेश कुमार सारण और ओमप्रकाश सारण भी मुख्य धावक के रूप में दौड़े। राकेश सारण नाल वायु सेना स्टेशन में तैनात है और मूलतः नागौर निवासी है जबकि ओमप्रकाश सारण दिल्ली में सेवारत हैं।

21 सितंबर 2019 को कारगिल युद्ध स्मारक द्रास से ग्लोरी रन टीम ने प्रत्येक दिन 100 किलोमीटर की दौड़ लगा कर 5 नवंबर को कोहिमा (नागालैंड) युद्ध स्मारक पर परचम लहराया। द्रास से ग्लोरी रन टीम को एयर वाइस मार्शल पी एम सिन्हा द्वारा हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया था। कोहिमा में 6 नवंबर को कोहिमा युद्ध स्मारक पर टीम को नागालैंड के राज्यपाल आर एन रवि, एयर मार्शल आर डी माथुर व एयर वाइस मार्शल बी चन्द्र शेखर ने शुभकामनाएं दी।
टीम का नेतृत्व सुखोई 30 के पायलट स्क्वाड्रन लीडर सुरेश राजदान द्वारा किया गया।

टीम द्वारा जम्मू कश्मीर की पहाड़ियों एंव माइनस डिग्री वाले तापमान से हो कर हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड, उत्तरप्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल व असम होते हुए नागालैंड की राजधानी कोहिमा के कोहिमा युद्ध स्मारक पर समाप्त किया गया है।
ग्लोरी रन के मुख्य उद्देश्यों में सिविलियन्स को भारतीय वायु सेना के बारे में जानकारी देने व कारगिल युद्ध में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि देने के अलावा फिट इंडिया मूवमेंट को बढ़ावा, पैदल यात्री सुरक्षा के बारे में जागरूकता तथा स्वच्छ भारत एवं स्वस्थ भारत को प्रोत्साहित करना रहा।