रिव्यू टीम के दौरे और नेशनल सेमीनार की तैयारियों की हुई समीक्षा
बीकानेर, 21 अक्टूबर। स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आर. पी. सिंह ने सोमवार को कुलपति सचिवालय सभागार में बैठक ली। उन्होंने 9 से 11 नवंबर तक एक्रीडेशन के लिए आइसीएआर की रिव्यू टीम के प्रस्तावित दौरे और 14 से 16 नवंबर तक विश्वविद्यालय में होने वाले नेशनल सेमीनार की तैयारियों की समीक्षा की।
कुलपति ने कहा कि रिव्यू टीम के समक्ष किए जाने वाले प्रजेंटेशन 23 अक्टूबर तक तैयार कर लिए जाएं। इनमें एकरूपता रहे, इसका विशेष ध्यान रखा जाए। उन्होंने विश्वविद्यालय परिसर में साफ-सफाई, सौंदर्यकरण, टीम के मिनट-टू-मिनट कार्यक्रम, प्रस्तुतीकरण सहित विभिन्न व्यवस्थाओं की समीक्षा की। उन्होंने इससे जुड़े सभी अधिकारियों को पूर्ण गंभीरता से कार्य करने के निर्देश दिए।
कुलपति ने इंडियन सोसायटी आॅफ एक्सटेंशन एज्यूकेशन द्वारा विश्वविद्यालय और फाउण्डेशन फोर एक्शन रिसर्च के संयुक्त तत्वावधान् में होने वाले नेशनल सेमीनार की तैयारियों की समीक्षा भी की। उन्होंने कहा कि सेमीनार में प्रसार कार्य से जुड़े देशभर के कृषि वैज्ञानिक, विद्यार्थी और प्रगतिशील किसान भाग लेंगे। इसके लिए 14 कमेटियों का गठन करते हुए कार्य विभाजन किया गया है। उन्होंने सेमीनार में प्रतिभागियों के पंजीकरण, आवास, वाहन, विभिन्न सत्रों आदि की समीक्षा की।
इस अवसर पर कुलसचिव प्रो. राजेश शर्मा, वित्त नियंत्रक बी. एल. सर्वा, प्रसार शिक्षा निदेशक प्रो. एस. के. शर्मा सहित विभिन्न डीन-डायरेक्टर तथा कमेटियों के प्रभारी मौजूद रहे।
सात दिवसीय प्रशिक्षण सम्पन्न
बीकानेर, 21 अक्टूबर। कृषि महाविद्यालय में गुणवत्तापूर्ण बीज उत्पादन विषयक सात दिवसीय प्रशिक्षण सोमवार को सम्पन्न हुआ। समापन समारोह के अतिथि महाविद्यालय के अधिष्ठाता प्रो. आई. पी. सिंह और आइएबीएम निदेशक प्रो. एन. के. शर्मा थे।
प्रो. सिंह ने कहा कि बीज, कृषि की महत्वपूर्ण इकाई है। गुणवत्तापूर्ण बीज होने से उत्पादन में 8 से 25 प्रतिशत वृद्धि हो सकती है। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण के दौरान प्राप्त ज्ञान किसानों तक पहुंचाएं, जिससे उन्हें लाभ हो सके। आइएबीएम निदेशक ने कहा कि राष्ट्रीय कृषि उच्च शिक्षा परियोजना के तहत आयोजित यह प्रशिक्षण विद्यार्थियों के लिए बेहद लाभदायक रहेगा। उन्होंने कहा कि वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने के लक्ष्य में गुणवत्तायुक्त बीजों की भूमिका महत्वपूर्ण रहेगी।
प्रशिक्षण समन्वयक प्रो. ए. के. शर्मा ने बताया कि सात दिवसीय प्रशिक्षण के दौरान 35 विषयक विशेषज्ञों के व्याख्यान हुए। इसमें कुल 50 विद्यार्थियों ने भाग लिया। समापन सत्र के दौरान इन विद्यार्थियों को प्रमाण-पत्र प्रदान किए गए।
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