– एस डी आर एफ राजस्थान कमान्डेंट आई पी एस चौधरी के निर्देशन में रविवार को प्रदेश के आठ जिलों में विभिन्न रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर कुल 33 व्यक्तियों को रेस्क्यू किया

टाेंक,(दिनेश”अधिकारी”)।एसडीआरएफ ने एनिकट के टूटने से जलमग्न हुई ढाणी से 28 ग्रामीणों को सुरक्षित बाहर निकाला।31 जुलाई को दोपहर 03.55 बजे पुलिस कन्ट्रोल रूम टोंक से एसडीआरएफ “ई कम्पनी अजमेर” की मानसून सत्र 2021 में आपदा राहत हेतु टोंकजिले में तैनात रेस्क्यू टीम प्रभारी हैड कानि0 गोमाराम को सूचना मिली कि पुलिस थाना निवाई जिला टोंक के अन्तर्गत भांवता गांव के समीप एनिकट टूटने से गांव के चारों तरफ पानी भर गया है, आप अविलम्ब घटनास्थल के लिए रेस्क्यू टीम के साथ रवाना हो। उक्त सूचना रेस्क्यू टीम प्रभारी ने एसडीआरएफ कन्ट्रोल रूम जयपुर को दी, एसडीआरएफ कन्ट्रोल रूम ने सेनानायक पंकज चौधरी से अनुमति प्राप्त कर टीम प्रभारी को रेस्क्यू टीम के साथ घटनास्थल गांव भांवता पुलिस थाना निवाई जिला टोंक हेतु अविलम्ब रवाना होने के निर्देश दिये गये। टीम कमाण्डर 11 जवानों की रेस्क्यू टीम एवं आपदा राहत उपकरणों के सांय 04ः15बजे रिजर्व पुलिस लाईन टोंक से घटनास्थल के लिए रवाना हुए। सांय 05ः15 बजे घटनास्थल पर पहुँचकर टीम कमाण्डर ने स्थिति का जायजा लिया तथा एसडीआरएफ राजस्थान कमाण्डेन्ट को बताया कि पुलिस थाना निवाई से लगभग 15 किला ेमीटर दूर भांवता गांव के समीप आगे-पीछे बने दो एनिकट जिनकी लम्बाई तकरीबन 300 मीटर तथा चौडाई 100 मीटर है, टूट गये है।

एनिकटों के टूटने से उनको बहाव क्षेत्र में आने वाली रामजीवन बैरवा की ढ़ाणी जलमग्न हो गयी है तथा काफी संख्या में ग्रामीणाें के फंसे हाेने की सूचना है। एसडीआरएफ सेनानायक ने टीम कमाण्डर को आवश्यक निर्देश दिये एवं डिप्टी कमाण्डेन्ट एसडीआरएफ श्री लोकेश सोनवाल तथा सहायक कमाण्डेन्ट श्रीमती राजकंवर को ऑपरेशन के निकटम सुपरवीजन हेतु नियुक्त किया।

टीम कमाण्डर के नेतृत्व में रेस्क्यू टीम के जवानों सभी जवान एक लाईन बनाकर रस्से, लाईफ जैकेट तथा लाईफ बॉय लेकर ढाणी में पहुँचे। ढाणी में पहँचकर टीम ने सबसे पहल बच्चों एवं बुजुर्गों को सुरक्षित बाहर निकाला तथा उसके बाद सभी ग्रमीणों को एक-एक कर बाढ़ के पानी से सुरक्षित स्थान पर पहुँचाया। रेस्क्यू टीम ने कुल 28 ग्रामीणों को सुरक्षित बाहर निकाला जिनमें 10 पुरूष, 10 महिला एवं 08 बच्चे शामिल को घटना स्थल पर मौजूद एवं रेस्क्यू कर बाहर निकाले गये ।

– एसडीआरएफ ने अलसीगढ़ तालाब में डूबे 25 वर्षीय युवक के शव को बाहर निकाला

उदयपुर,(दिनेश”अधिकारी”)।एसडीआरएफ ने अलसीगढ़ तालाब में डूबे 25 वर्षीय युवक के शव को बाहर निकाला। 31जुलाई को दोपहर 02.40 बजे पुलिस कन्ट्रोल रूम उदयपुर से एसडीआरएफ की देबारी उदयपुर में तैनात डी कम्पनी प्रभारी कम्पनी कमाण्डर श्री राकेश कुमार को सूचना मिली कि पुलिस थाना नाई जिला उदयपुर के अन्तर्गत अलसीगढ़ तालाब में एक व्यक्ति डूब गया है, आप अविलम्ब घटनास्थल के लिए एक रेस्क्यू टीम रवाना करे। उक्त सूचना रेस्क्य ू कम्पनी प्रभारी ने एसडीआरएफ कन्ट्रोल रूम जयपुर को दी।कन्ट्रोल रूम ने सेनानायक पंकज चौधरी से अनुमति प्राप्त कर कम्पनी प्रभारी को एक रेस्क्यू टीम अविलम्ब घटनास्थल के लिए कम्पनी कमाण्डर ने हैड कानि0 रमेश चन्द के नेतृत्व में 11 जवानों की रेस्क्यू टीमको आपदा राहत उपकरणों के साथ 03.45 बजे घटनास्थल पर पहुँचकर स्थिति का जायजा लिया गया। कमाण्डेन्ट को बताया कि पुलिस थाना नाई से लगभग 07 किलोमीटर दूर अलसीगढ़ तालाब पर पिकनिक मनाने आये चार दोस्तो में से एक रविन्द्र शर्मा पुत्र श्री महेश शर्मा उम्र 25 वर्ष निवासी आर0ओ0 73 नापावली, चक मण्डोली बस स्टेण्ड, तहसील नीम का थाना जिला सीकर दोपहर 1 बजे डूब गया, तालाब तकरीबन 300 मीटर लम्बा तथा 100 मीटर चौडा है, जिसकी गहराई बीच में लगभग 60 फीट है। डिप्टी कमाण्डेन्ट एसडीआरएफ भरतराज तथा सहायक कमाण्डेन्ट प्रमोद शर्मा को ऑपरेशन के निकटम सुपरवीजन हेतु नियुक्त किया।टीम कमाण्डर श्री रमेश चन्द ने डीप डाइविंग सेट की सहायता से युवक के डूबने के स्थान पर गोता लगाया तथा अथक प्रयास, कडी मेहनत के बाद अल्प समय में ही लगभग 35 फीट की गहराई से सांय 05.00 बजे उक्त युवक के शव को बाहर निकालकर प्रशासन को सौपा।