– गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, हिसार

हिसार; जुलाई 22, 2020 (हिसार से ओम एक्सप्रेस न्यूज के लिए पृथ्वीसिंह बैनीवाल बिश्नोई, वरिष्ठ पत्रकार हरियाणा)

गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय हिसार के हरियाणा स्कूल ऑफ बिजनेस में आज से नए शिक्षण सत्र की शुरुआत ऑनलाइन क्लास से हो गई। इसके अंतर्गत अब बच्चे घर बैठे ही बिज़नेस मैनेजमेंट व वाणिज्य की पढ़ाई कर सकेंगे। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफ़ेसर टँकेश्वर कुमार ने बताया कि ऑनलाइन कक्षा के अंतर्गत सभी शिक्षकों ने मोबाइल एप तथा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पढ़ाना आरंभ कर दिया है। विदित हो कि कोरोना वायरस के चलते पूरे देश में लगभग सभी शिक्षण संस्थान को बंद किया गया है। इसी को ध्यान में रखते हुए ऑनलाइन कक्षाएं प्रारंभ की गई हैं। शिक्षक मोबाइल एप के जरिए एक निर्धारित समय पर अध्यापन कर रहे हैं। इसके अलावा व्हाट्स एप पर बनाए गए अलग-अलग ग्रुपों में शिक्षकों द्वारा वीडियो रिकार्डिंग से भी पढ़ाया जा रहा है। होमवर्क तथा अन्य आवश्यक निर्देश भी इन्हीं व्हाट्सएप ग्रुपों के द्वारा दिए जा रहे हैं। वहीं छात्रों को मोबाइल पर एक एप जियोमीट डाउनलोड करने के लिए कहा गया है। जिससे शिक्षक एक निर्धारित समय पर कक्षाएं प्रारंभ कर उस एप के जरिए पढ़ा सके। छात्र एक आइडी तथा पासवर्ड के जरिए निर्धारित समय पर घर बैठे ही पढ़ाई कर रहे हैं।

प्रोफ़ेसर कुमार ने बताया कि लॉकडाउन के चलते बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो इसीलिए यह ऑनलाइन टीचिंग का निर्णय लिया गया है। उन्होंने बताया कि अभिभावक तथा बच्चे ऑनलाइन कक्षाओं में रुचि ले रहे हैं। कहा कि व्हाट्स एप के जरिए शिक्षकों व विद्यार्थियों को भी आवश्यक दिशा-निर्देश दिए जा रहे हैं, और सभी से घर पर रहकर पढ़ने के साथ ही अभिभावकों से बच्चों को प्रोत्साहित करने व सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने की अपील की।

विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रोफ़ेसर हरभजन बंसल ने बताया कि वर्तमान दौर की प्रतिस्पर्धात्मक व्यवसायिक शिक्षा में ये सब बेंच मार्क के रूप में चिन्हित किये गए है क्योंकि इनकी प्राप्ति के बगैर छात्रों के सर्वागींण विकास की बात उचित नही है। उन्होंने टीम-एचएसबी के गम्भीर प्रयासों के लिए सभी शिक्षकों व विद्यार्थियों को शुभकामनाएँ सम्प्रेषित की हैं।

हरियाणा स्कूल ऑफ बिजनेस के निदेशक प्रोफेसर कर्मपाल नरवाल ने बताया कि कोरोनाकाल से प्रभावित इस विशेष शैक्षणिक सत्र के लिए हरियाणा स्कूल ऑफ बिजनेस में अध्यनरत सभी छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से कई नए प्रयास किये जा रहे हैं। इस का उद्देश्य छात्रों में शैक्षिक गुणवत्ता का विकास और अच्छी उपलब्धि स्तर को हासिल करना होगा जिससे छात्रों के समग्र मूल्यांकन के माध्यम से विकास की एक निश्चित योजना बनाकर उनका उन्नयन किया जा सके। उन्होंने वर्तमान सत्र में ऑनलाइन टीचिंग मूल्यांकन के संदर्भ मै बताया की इस संदर्भ में सीखने- सिखाने की प्रक्रिया के दौरान सतत एवं मूल्यांकन का कैसे उपयोग करें। इस तरह वर्तमान परिप्रेक्ष्‍य में विद्यार्थी और शिक्षक के अलावा माता-पिता, समुदाय के सदस्‍य और शैक्षिक प्रशासकों को भी विद्यार्थियों के सीखने के बारे में जानने और उसके अनुसार बच्‍चों की सीखने संबंधी उन्‍नति पर नज़र बनाए रखने की ज़रूरत है। इसके लिए उन्‍हें आवश्‍यकता है और उनकी माँग है कि कुछ मानदड उपलब्‍ध कराए जाएँ जिनकी सहायता से अपेक्षित सीखने के स्‍तर का आकलन व उसका पता लगाया जा सके । सीखने की निरन्तरता को ध्‍यान में रखते हुए व्‍यवस्‍था को यह जानकारी देना कि बच्‍चे ने सटीक रूप से क्‍या सीखा, एक चनुौती भरा कार्य है। फिर भी हरियाणा स्कूल ऑफ बिजनेस ने अपना एक प्रयास किया है और एक ऐसा दस्‍तावेज़ तैयार किया जिसमें प्रारंभिक स्‍तर के समस्‍त पाठ्यचर्या क्षेत्रों के सीखने के प्रतिफलों को उनकी पाठ्चर्या संबंधी अपेक्षाओ और शिक्षण शास्‍त्रीय प्रक्रियाओ को जोड़कर शामिल किया गया है।

विश्वविद्यालय की शैक्षणिक मामलों की अधिष्ठात्री प्रोफ़ेसर उषा अरोड़ा व एचएसबी की डीन प्रोफ़ेसर शबनम सक्सेना ने ऑनलाइन टीचिंग लर्निंग प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि हरियाणा स्कूल ऑफ़ बिज़नेस अपने विद्यार्थियों के लिए सतत प्रयासरत है कि उन्हें कोरोनाकाल में भी नियमित तौर पर शिक्षण प्रशिक्षण के माध्यम से क्या क्या करना चाहिए यह शैक्षिक अपेक्षाओं के रूप में परिभाषित किया गया है तथा इससे संबंधित सभी हितग्राहियों को इस प्रकिर्या में शामिल करते हुए सीखने की संप्राप्तियों (लर्निंग आउटकम) को निर्धारित किया गया है।

इस मौके पर विश्वविद्यालय के प्लेसमेंट निदेशक श्री प्रताप सिंह मलिक व एचएसबी एलुमनाई कोऑर्डिनेटर प्रोफ़ेसर सञ्जीव कुमार ने भी विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि ट्रेनिंग व प्लेसमेंट के लिए सभी प्रयास किए जायेंगे व वरिष्ठ एलुमनाई के साथ भी नियमित इंटरैक्टिव सेशन आयोजित किये जायेंगे ताक़ि व्यवसायिक प्रबंधन व वाणिज्यिक विज्ञान के सभी विद्यार्थियों को एक बेहतर प्रोफ़ेशनल के रूप में तैयार किया जा सके।