-बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित “आत्म निर्भरता: काम और आजीवका का भविष्य” विषयक एक दिवसीय ऑनलाइन वेबिनार का प्रो. राज नेहरु की अध्यक्षता में हुआ आयोजन
रिपोर्ट : ओम एक्सप्रेस
कठिन परिस्तिथियां अपार संभावनाएं व अवसर लेकर आती है l इन संभावनाओं व अवसरों को आत्मनिर्भर बनके ही भुनाया जा सकता है l जब तक समाज आपके विचारों को स्वीकार नहीं करता है आत्मनिर्भर बन पाना मुश्किल है l इसलिए समाज में अपने विचार रखने की प्रवर्ती तथा दिए गए विचारों की समाज में स्वीकार्यता करवाने की क्षमता ही आत्मनिर्भरता की नींव है l ये विचार बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित “आत्म निर्भरता: काम और आजीवका का भविष्य” विषयक एक दिवसीय वेबिनार में बतौर मुख्य अतिथि व मुख्य वक्ता हरियाणा कौशल विकास के निदेशक व श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय गुरुग्राम के कुलपति प्रो. राज नेहरु ने कही l उन्होंने आत्मनिर्भरता के पांच प्रमुख स्तम्भ बताये जिनमे अर्थव्यवस्था, आधारिक संरचना, प्रणाली, लोकतंत्र व बाजार मांग हैं l उन्होंने विद्यार्थियों को कौशल विकास हेतु समर इंटर्नशिप व प्रोजेक्ट को गहनता से व सम्पूर्ण लगन से करने को कहा ।
प्रो. राज नेहरु ने आत्मनिर्भर बनने के 10 प्रमुख सूत्र बताये जिसमे स्वयं को स्वीकारें, खुद पर भरोसा रखें, दुनियां को स्वीकारें, भावनात्मक रूप से आत्मनिर्भर बनें, आत्मप्रेरित हों, अपने हीरो खुद बनें, नवाचार अपनाएं, सम्प्रेषण क्षमता का विकास करें, स्वीकारें की जीवन निष्पक्ष नहीं है, दूसरे लोग आपके बारे में क्या सोचते हैं इसकी परवाह करना बंद करें, आप सर्वश्रेष्ठ हैं ऐसा सिर्फ सोचें ही नहीं बल्कि खुद को साबित भी करें।
बीटीयु के कुलपति प्रो. एच. डी. चारण ने अथितियों का स्वागत करते हुए बताया की हमारे विचार ही हमे सबसे ज्यादा प्रेरित करते हैं ।हम विचारों को अपनी सफलता का ज़रिया बना सकते हैं l इसकी शुरुआत हम खुद पर भरोसा रखकर अपनी जिम्मेदारियों को निभाकर कर सकते हैं और फिर सफलतापूर्वक अपना लक्ष्य हासिल करने की कोशिश कर सकते हैं । हम अन्दर से जोश और अनिश्चितता से भरें हैं । हमारे अच्छे व प्रगतिशील विचार हमे आत्मनिर्भर बना सकते हैं । प्रो. चारण ने अनेक उदाहरणों के माध्यम से आत्मनिर्भर बनने के गुर बताये ।
समारोह के अंत में अतिथियों, विशषज्ञों, तथा प्रतिभागियों धन्यवाद ज्ञापन बीटीयु के अकादमिक निदेशक डॉ. यदुनाथ सिंह ने किया ।
कार्यक्रम का सञ्चालन डॉ. ममता पारीक ने करते हुए बताया की इस वेबिनार में राजस्थान के लगभग 400 विद्यार्थी, अभिभावक, शिक्षक इत्यादि ने लाभार्जन लिया. डॉ ममता ने बताया की इस वेबिनार का मुख्य उद्देश्य आत्मनिर्भर कैसे बने व आजीविका का भविष्य क्या होगा इस पर चर्चा कर इसके समाधान बताना था ।इस अवसर पर बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय के तथा एफिलिएटेड महाविद्यालयों के विभिन्न संकायों के डीन, विभागाध्यक्ष, शिक्षकगण एवं विद्यार्थी ऑनलाइन माध्यम से उपस्थित थे।