जीवन एक तपस्या है इसमें ऊंची नीची, छोटी बड़ी, अच्छी बुरी सभी तरह की घटनाएं जुड़ी हुई है। कभी तकलीफे स्वयं के कारण आती है कभी कोई दूसरो से मिलती है। और इसी तरह सुख भी स्वयं या दूसरों के मार्फत आएगा। जो भाग्य में लिखा है वह टलेगा नही, सितारों का खेल महज ज्योतिषी नहीं है एक वास्तविकता भी है। एहसास और मौसम यह जो आते जाते हैं एक नई जानकारी देते की कोशिश करते हैं पर हम उसे समझ नहीं पाते हैं। सामाजिक व राजनीतिक तौर का यह दौर कुछ ठीक नहीं है और स्वास्थ्य की दृष्टि से तो बहुत ही कठीन है हमारा मनोबल टूट रहा है। ऐसे हालात में पैसे से भी टूट जाते है। हमें अपना हौसला बनाए रखना है अपनी किस्मत पर भरोसा रखना है पॉजिटिव सोच रखना है। रात कभी भी ज्यादा लंबी नहीं होती है दिन बहुत जल्दी आता है। इंसान के लिये कितना भी कठिन समय हो उसे नकारात्मक नहीं सोचना चाहिए, मन और दिमाग में शांति रखें तो कठिन समय भी निकल जाएगा। एकदम उत्तेजना और क्रोध से कठिन समय और कठीन होते है और शांति, संयम और सहनशीलता यह कठिन समय का इलाज करते हैं इसलिए अपना हौसला बनाए रखें।
अशोक मेहता, इंदौर (लेखक, पत्रकार, पर्यावरणविद्)