-मुकेश पूनिया-
बीकानेर। प्रदेश में सत्ता बदलने के बाद भी बिजली कंपनी की तानाशाही और मनमानी में कोई सुधार नहीं आया है। जबकि सत्ता बदलने से पहले हुए विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के नेताओं ने जोशीले अंदाज में ऐलान किया था कि अगर प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आई तो बीकानेर से बिजली कंपनी को लात मार कर भगा दिया जायेगा। विधानसभा के चुनावी दौर में शहर के कांग्रेस प्रत्याशी रहे डॉ.बीडी कल्ला और उनके सिपहासालारों ने बिजली कंपनी के मुद्दे को खूब भुनाया और ऐसा माहौल बना दिया कि कांग्रेस सत्ता में आते ही बीकानेर से बिजली कंपनी की रूख्सतगी तय है। लेकिन विडम्बना रही कि प्रदेश में कांग्रेस के सत्तारूढ होने के बाद डॉ.बीडी कल्ला के उर्जामंत्री बनने के बाद भी बिजली कंपनी का बाल भी बांका नहीं हो पाया,बल्कि उपभोक्त्ताओं के प्रति बिजली कंपनी की कटूता दुगुनी बढ गई है,कंपनी के प्रतिनिधी और कार्मिक बिजली उपभोक्ताओं को खूब सख्ताई दिखा रहे है।

मनमाना बिजली बिल भेज रहे है,मर्जी आये उसके मीटर बदल रहे है,मीटर चैकिंग के नाम पर जबरन लोगों के घरों में घुस रहे है। ऐसे माहौल से बिजली कंपनी के खिलाफ बीकानेर में लोगों में जबरदस्त हायतौबा मची हुई है,लेकिन ना तो उर्जामंत्री इस मामले में कुछ बोल रहे है और नाम ही कांग्रेसी नेता। कांग्रेसियों की इस चुप्पी को लेकर चर्चा है कि बिजली कंपनी ने बीकानेर के कांग्रेसियों की नब्ज दबा रखी है। यह बात सच भी हो सकती है क्योंकि बिजली कंपनी में चल रही ज्यादा गाडिय़ा कांग्रेस नेताओं और उनके परिजनों की है।