भोपाल।। जिस प्रदेश में सैंकड़ों स्कूल शौचालय विहीन हों और टूटे-फूटे भवनों में चल रहे हों और उनके लिये भवन बनाने के लिये सरकार के पास पैसा न हो तो वहीं कमलनाथ सरकार के मंत्रीलमण्डल के एकमात्र सौभाग्यशाली मंत्री होने का दावा करने वाले मंत्री के विभाग की यह स्थिति हो कि हजारों स्कूल सिर्फ उनकी ही पार्टी के बड़े नेता पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह व ज्योतिरादित्य सिंधिया जैसे नेताओं ही नहीं यह स्थिति तो मुख्यमंत्री कमलनाथ के जिले के स्कूलों की भी होगी जहां के स्कूलों में शिक्षा ग्रहण करने वाले छात्रों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध नहीं करा पा रहे सौभाग्यशाली मंत्री तो वहीं उन्हीं मंत्री के विभाग के अंतर्गत आने वाली ग्रामीण पेयजल योजना के अंतर्गत जिन आदिवासियों के भरोसे कमलनाथ सरकार सत्ता में आई हो उन आदिवासियों को शुद्ध पानी तक भी उपलब्ध न हो पा रहा हो और वह फ्लोराइडयुक्त पानी पीने को मजबूर हों ऐसे एक नहीं अनेकों उदाहरण कमलनाथ सरकार की कार्यशैली के हैं जिनके चलते शिक्षा, स्वास्थ्य और संविधान में प्रदत्त अधिकार के तहत नि:शुल्क पानी की व्यवस्था यह सरकार करा नहीं पा रही है तो कई कर्मचारियों की महीनों से वेतन तक भी यह सरकार उनके खाते में जमा नहीं कर पा रही है, यही नहीं मजे की बात तो यह है कि जिन किसानों को उनकी कर्जमाफी का वादा करके सत्ता पर काबिज हुई लेकिन आज सरकार को एक साल से अधिक का समय हो गया है लेकिन किसानों की कर्जमाफी की तो बात छोडिय़े उनके अपने गेंहू की बोनस की राशि के लिये भी वह भटक रहे हैं ऐस फटेहाल प्रदेश में यह सरकार अपने खाली खजाने का रोना रोते हुए जनता की गाड़ी कमाई का पैसा आईफा अवार्ड में लुटाने की तैयारी में लगी हुई है।
इस आयोजन की घोषणा के लिये आये फिल्म अभिनेता सलमान खान और अभिनेत्री जेकलीन फर्नाडीस के साथ मुख्यमंत्री कमलनाथ का जो चित्र सोशल मीडिया में जो वायरल हो रहा है उसे देखकर लोग इस प्रदेश के भविष्य को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं करने में लगे हुए हैं। वह चित्र बहुत कुछ संदेश दे रहा है उन संदेशों को तलाशने में प्रदेश का हर राजनीति से जुड़ा जानकार और जनता खोजने में लगी है कि आखिर जिस प्रदेश में शराब को घर पहुंच सेवा बनाने के लिये कमलनाथ सरकार के मंत्री प्रदेश के शराब कारोबारियों और डिस्टलरियों के मालिकों की तिजोरी पर लक्ष्मीजी की कृपा की कामना करते हुए उनकी तिजोरियां और भरने की तैयारी में लगकर शराब को घर पहुंच सेवा बनाने के लिये जहां पांच और दस किलोमीटर के दायरे में शराब की दुकानें खोलने और इंदौर जैसे महानगरों के होटलों में २४ घंटे शराब उपलब्ध कराने की तैयारी में तो है ही ऐसा लगता है कि सरकार की नीतियों और खाली खजाने के रोने के साथ आय बढ़ाने के लिये अब लोगों को यह लगने लगा कि अब प्रदेश में कसीनो खोलने पर भी यह सरकार विचार कर सकती है तो सरकार की इस नीति ये साफ उजागर होता है कि कमलनाथ का अभिनेत्री जैकलीन फर्नाडीज के साथ सोशल मीडिया पर वायरल के साथ लोग कहने लगे हैं कि लगता है प्रदेश में थाईलैंड जैसा कारोबार अब इस प्रदेश में सरकारी खजाने की आय बढ़ाने के लिये सरकार विचार करने वाली है, जैसा कि लोग थाईलैंड के बारे में कहते हैं कि वहां प्रमुखता से चलने वाले कारोबार के कारण थाईलैण्ड में भारत ही नहीं कई देशों के पर्यटकों के जाने की उत्सुकता रहती है, शायद उसी को सोचकर अब प्रदेश में अभी तो सिर्फ शराब को घर पहुंच सेवा के रूप में पहुंचाने का काम किया जा रहा है लगता है कुछ दिनों बाद थाईलैण्ड के कारोबार के साथ-साथ केसिनो जैसे कारोबार को भी प्रदेश में चलाने की ओर सरकार सोच सकती है ऐसा कांग्रेस के कुछ वरिष्ठ नेताओं का कहना है।
मामला जो भी हो लेकिन इन दिनों आईफा के आयोजन को लेकर जो प्रेस कान्फ्रेंस हुई उसके जो चित्र वायरल हुए उसे लेकर प्रदेश के राजनीतिज्ञ इसके तरह-तरह के मायने तलाशते नजर आ रहे हैं तो कुछ बुजुर्ग कांग्रेसी मुख्यमंत्री कमलनाथ और अभिनेत्री जेकलीन के साथ जो चित्र वायरल हुआ है उसे कांग्रेसी संस्कृति न मानकर ऐसे चित्रों से परहेज करने की सलाह मुख्यमंत्री को देते नजर आ रहे हैं तो कुछ कांग्रेसी मुख्यमंत्री की अपनी निजी जिंदगी का मामला बनाकर इस पर चुप्पी साधे हुए हैं हालांकि कमलनाथ अपने राजनैतिक जीवन में कई बार कई मुद्दों को लेकर हमेशा चर्चाओं में रहे हैं वैसी ही चर्चा इन दिनों इस अभिनेत्री के साथ कमलनाथ के फोटो का सोशल मीडिया पर कमलनाथ की संस्कृति को लेकर कई तरह की चर्चाओं को दौर जारी है, कमलनाथ के साथ फिल्म अभिनेत्री का फोटो के बारे में जिस तरह की चर्चाओं का दौर इन दिनों राजधानी सहित दूर-दराज के कस्बों में जारी है यह वह चर्चा करने वाले ही जानें लेकिन यह जरूर है कि इस तरह के आयोजन को लेकर तमाम सवाल उठ रहे हैं और इस तरह का फोटो देखकर गोपाल भार्गव कहते हैं कि ये हीरो बनेगा या विलेन वास्तविक जीवन में तो ये अतिथि विद्वानों के विलेन बन चुके हैं। कमलनाथ जी आपका हाथ तो अतिथि विद्वानों के हित में उठना चाहिये। वहीं फोटो देखकर भोपाल के शहजहांनी पार्क में ५७ दिनों से धरना दे रहे अतिथि विद्वान और प्रदेश के बेरोजगार युवा भड़क गए। मुख्यमंत्री द्वारा ट्वीटर पर पोस्ट किए गए मुख्यमंत्री के भड़काऊ फोटो को देखकर आयोजन के संदेश पर अतिथि विद्वानों और बेरेाजगारों ने रीट्वीट कर मुख्यमंत्री के प्रति चुभती हुई प्रतिक्रियाएं दी हैं। डॉ. हर्ष मिश्रा ने लिखा है कि माननीय कमलनाथ जी ये मध्यप्रदेश की जनता का पैसा है यह इस तरह से आईफा में लुटाने के लिए नहीं था। आठ महीनों से अतिथि विद्वानों को तनख्वाह नहीं मिली है, जितेंद्र तिवारी ने लिखा है, मध्यप्रदेश सरकार के पास किसानों की कर्जमाफी के लिए पैसे नहीं हैं, कर्मचारियों के लिए वेतन के लाले हैं, किसानों के ओलावृष्टि पर फूटी कौड़ी नहीं दी, लेकिन लाखों रुपये की टिकट खरीदकर अपनी दोस्ती निभा रहे हैं-साथ ही बेतुक बयान देकर अपनी दोस्ती का प्रचार प्रसार कर रहे हैं। डीके नाम के अतिथि विद्वान ने लिखा हेथ् क शर्म करो, एक तरफ हजारों को नौ माह से वेतन नहीं दूसरी तरफ ७०० करोड़ का कार्यक्रम हो रहा है। इस कार्यक्रम को भले ही प्रदेश को लाभ मिले न मिले लेकिन कांग्रेस के कुछ बुजुर्ग नेता यह कहने से नहीं चूक रहे कि प्रदेश के युवाओं को कमलनाथ की फोटो देखकर बहुत कुछ मिला है।