बीकानेर /ओम दैया
बीकानेर का समग्र विकास श्रृंखला संवाद कार्यक्रम-3 में 31 जुलाई को सुबह 11.30 बजे ‘कला, साहित्य, संस्कृति, पुरातत्व और पर्यटन विकास’ विषय पर विचार-विमर्श होगा। ‘राजस्थान गौ सेवा परिषद्’ द्वारा आयोजित यह कार्यक्रम वेटरनरी कॉलेज के एबीजी हाल में आयोजित किया जाएगा।

परिषद के सचिव अजय पुरोहित ने बताया कि बीकानेर कला, साहित्य और संस्कृति से लबरेज शहर है। यहां पुरातत्व और पर्यटन के क्षेत्र में भी संभावनाएं नज़र आती हैं. जहां एक तरफ यहां हरीश भादाणी और नंद किशोर आचार्य जैसे साहित्यकार हुए हैं तो वहीं दूसरी तरफ यहां की संस्कृति इसे दुनियाभर में एक अलग ही पहचानी देती है. यहां की पाटा संस्कृति तो शायद ही दुनिया में कहीं और होगी. लेकिन अफसोस इस बात का है कि कला, साहित्य, संस्कृति, पुरातत्व और पर्यटन के क्षेत्र में इस शहर को मुकाम नहीं मिल सका, जिसका यह हक़दार था. अब सवाल उठता है- क्यों ? दूसरा सवाल यह भी कि आख़िर कैसे इसे वो मुकाम दिलाना संभव हो सकता है? इसी विषय पर चर्चा के लिए हम इस क्षेत्र से जुड़े लोगों के साथ एक संवाद कार्यक्रम रख रहे हैं. जिसमें इन विषयों पर खुलकर चर्चा की जाएगी. और उनके सुझावों के एक डॉक्यूमेंट्री के माध्यम से सरकार तक पहुंचाया जाएगा.

इससे पहले 24 जुलाई को पहले संवाद कार्यक्रम में ‘बीकानेर के औद्योगिक और आधारभूत विकास’ पर बीकानेर के कारोबारियों के साथ मंथन हुआ था। जिसमें उद्योग जगत के 6 एसोसिएशन के 30 प्रतिनिधियों ने भाग लिया. वहीं 28 जुलाई को आयोजित तीसरे संवाद कार्यक्रम में ‘बीकानेर बने एजुकेशन एंड स्पोर्ट्स हब’ में विभिन्न विवि, कॉलेज, स्कूल और शिक्षण संस्थाओं के प्रतिनिधि लोगों ने विचार रखे।