हमारे दोहरे आचरण पर करारा कटाक्ष है ‘‘आवारा सांड’’:- मणिप्रभसागर
व्यवस्था में सुधार के लिए जागृति लाना कवि का प्रथम दायित्वः- अमन
बाड़मेर । 28.02.2020 । राष्ट्रीय राजमार्ग 68 पर स्थित श्री कुशल वाटिका के प्रांगण में शुक्रवार को परम पूज्य खरतरगच्छाधिपति, आचार्य भगवन्त श्री जिन मणिप्रभसागर सूरीश्वर जी मसा आदि ठाणा की पावन निश्रा एवं जैन श्रीसंघ बाड़मेर के अध्यक्ष प्रकाशचन्द वड़ेरा, कुशल वाटिका ट्रस्ट के अध्यक्ष भंवरलाल छाजेड़ के आतिथ्य में सामाजिक कार्यकर्ता व कवि, साहित्यकार मुकेश बोहरा अमन की नवीनतम पुस्तक ‘‘आवारा सांड’’ का भव्य विमोचन हुआ ।
इससे पूर्व गुरूदेवश्री परम पूज्य खरतरगच्छाधिपति, आचार्य भगवन्त श्री जिन मणिप्रभसागर सूरीश्वर जी मसा ने अमन की नवीन पुस्तक पर अपना आशीर्वाद देते हुए कहा कि आवारा सांड़ की रचनाएं, कविताएं हमारे दोहरे आचरण पर करारा कटाक्ष है और वर्तमान जीवन शैली, हमारे अचारण, चरित्र में हो रहे बनावटीपन को बेहतर ढ़ंग से उजागर किया गया है । गुरूदेवश्री ने कहा कि इसी पुस्तक की द्वितीय कविता ‘‘सुलगते सवाल’’ बेहद ही मार्मिक एवं चिन्तन-मनन योग्य है । जो हमें हमारे आचरण का आईना बताती है । पुस्तक ‘‘आवारा सांड‘‘ के विमाचन पर जैन श्रीसंघ बाड़मेर के अध्यक्ष प्रकाशचन्द वड़ेरा, कुशल वाटिका ट्रस्ट के अध्यक्ष भंवरलाल छाजेड़ ने भी शुभकामनाएं दी ।
इस मौके पर कवि मुकेश अमन ने समस्त गणमान्य नागरिकों, माताओं-बहिनों का आभार व धन्यवाद ज्ञापित किया और बताया कि समाज, समय और व्यवस्था में चल रही विसंगतियों, विकृतियों एवं आड़म्बरों के प्रति सजगता लाना व सुधार के पल-प्रति-पल लेखन करना ही कवि का प्रथम दायित्व है । जिसका परिणाम ही ‘‘आवारा सांड़’’ पुस्तक का सृजन है ।
पुस्तक विमोचन के दौरान जैन श्रीसंघ, बाड़मेर के ट्रस्टीगण, कुशल वाटिका के ट्रस्टीगण के साथ-साथ समाज के गणमान्य नागरिक व केवलचन्द छाजेड़, प्रकाश पारख, राजू वड़ेरा, गौतम बोहरा पटवारी, पुरूषोतम धारीवाल, रमेश मालू, सुनिल बोथरा, भूरचन्द बोहरा, गौतम संखलेचा, अशोक बोहरा टेन्ट, जोेगेन्द्र वड़ेरा, गौतमचन्द सिंघवीं, सहित बड़ी संख्या में जैन समाज के गणमान्य नागरिक, माताएं-बहिनें उपस्थित रही ।