पत्रकार पप्पू लाल शर्मा पाटोदा सीकर खास रिपोर्ट
सीकर /पाटोदा, गाडोदा मे शिवमठ गाडोदा धाम मैं मां जगदंबे के दरबार में विराट कवि सम्मेलन एक शाम गाडोदा के नाम में कभी हंसी के फव्वारे पर लगी ठहाके तो वीर रस की कविता पर भारत माता की जय कार से गूंजा पांडाल। कार्यक्रम का शुभारंभ शिवमठ गाडोदा धाम के महंत महावीर यति महाराज के सानिध्य मे हुआ।

मां जगदंबे दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। कवि सम्मेलन में शुरुआत हास्य कवि हरीश शर्मा गणेश वंदना से की। कवि हरीश ने मां पर बहुत ही सुंदर कविता का बखान किया। पंडाल में बेठे सभी भी भक्ति गण की आंखें नम हो गई। लक्ष्मणगढ के कवि प्रमोद झूरिया ने कहा कि मैंने तो सिर्फ एक लाइन में कही थी देखते ही देखते छंद हो गया। जुल्फों का गुलाल डब्बे में गुलकंद हो गया। धोद कवि रवि प्रकाश सोनी ने युवाओं को संदेश दिया कि मेहनत व संघर्ष करने से मंजिल जरूर जरूर मिलती है।

कवि गणेश गुरु सैनी विभिन्न अभिनेताओं की आवाज की नकल कर दर्शकों को ठहाके लगाने को मजबूर कर दिया। किशोर पारीक हास्य कवि हास्य कवि की बहुत ही तालियां बटोरी। एक देश में दो विधान का झंडा नहीं चलेगा छोड़ तिरंगा महान दूसरा झंडा नहीं चलेगा राष्ट्रवाद व अलका बाद में मेल नहीं हो सकता खूब वाहवाही लूटी इससे पहले संयोजक श्याम सुंदर अग्रवाल, हंसराज सेन, बनवारी, अंकित शर्मा, भवानी सिंह, पवन कुमार, बनवारीलाल माहिल, रामकिशोर गुर्जर, समेत कस्बे के सैकड़ों कविता प्रेमी उपस्थित थे।