नई दिल्ली । रंगमंच की जाने मानी कलाकार, लेखिका, निर्देशक काजल सूरी द्वारा लिखित नाट्य पुस्तक एक और युद्ध का विमोचन एल.टी.जी. दिल्ली के ब्लैंक कैनवस में किया गया।
विजय सूरी फाउंडेशन के तत्वावधान में रूबरू थिएटर ग्रुप द्वारा आयोजित चतुर्थ विजय सूरी राष्ट्रीय नाट्य उत्सव के दूसरे दिन इस पुस्तक का विमोचन सुविख्यात साहित्यकार केशव मोहन पांडे, नाट्यकर्मी नीरज शर्मा और संजना प्रशासन के स्वामिनी संजना तिवारी के हाथों हुआ ।
इस पुस्तक की लेखिका काजल सूरी ने स्वलिखित इस नाट्य पुस्तक एक और युद्ध को अपने पिता स्वर्गीय विजय सूरी और माता श्रीमती पूनम सूरी को समर्पित किया है।
इस नाटक के विषय में बात करते हुए काजल सूरी ने बताया कि सामाजिक संदेशों के प्रसार के लिए नाटक एक ऐसा सशक्त माध्यम है जो हर आम जन के रूबरू होकर सांझा सामाजिक समस्याओं के प्रति आवाज उठाते हुए समाज कल्याण के स्वर को मुखर करता है। ऐसा ही नाटक है ‘एक और युद्ध’। यह नाटक नशीली दवाओं के दुरुपयोग, नशे के कारोबार, नशे की प्रवृत्ति, अवैध तस्करी, इंसानी लालच और नाजुक रिश्तो में लगी गांठ ऐसी तमाम समस्याओं के प्रति आवाज़ उठाकर सोचने पर मजबूर करता है कि आखिर हमसे भूल कहां हो रही है कि हमारी युवा पीढ़ी इसके पाश्विक गिरफ्त में है । नशाखोरी के खिलाफ आवाज कौन उठाए? नशीली दवाओं का दुरुपयोग ना हो इसके खिलाफ़ मुहिम कौन चलाएं ? ऐसे तमाम सवालों का जवाब देता है नाटक एक और युद्ध ।

यह नाटक पठन और मंचन दोनों की दृष्टि से सहज और सरल है। विशेष बात यह है कि इस नाटक के मंचन को विजय सूरी का वरदहस्त प्राप्त है। अपनी पुत्री द्वारा लिखित नाटक को विजय सूरी ने अपनी प्रस्तुति द्वारा जीवंत बनाया और काजल सूरी ने नाटक के किरदारों में पिता -पुत्री के पात्र को जिया है। रूबरू थिएटर ग्रुप का नाटक “ललेश्वरी- एक आवाज मोहब्बत की” साहित्य कला परिषद द्वारा आयोजित भारतेंदु नाट्य उत्सव में चयनित सर्वश्रेष्ठ पांच नाटकों में शुमार है। कश्मीर की बेटी काजल सूरी साहित्य व नाट्य जगत का जाना माना नाम है। संप्रति लेखिका आकाशवाणी में कार्यरत हैं।