दिल्ली , 30 नवम्बर। कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों के धरने का रविवार को चौथा दिन है. किसान दिल्ली की सीमा पर 26 नवंबर से प्रदर्शन कर रहे हैं. किसान दिल्ली-हरियाणा की सीमा सिंधु बॉर्डर पर डटे हैं. कुछ किसान दिल्ली के निरंकारी समागम मैदान में मौजूद हैं. शनिवार को किसानों ने तय किया है कि वे अभी सिंधु बॉर्डर पर ही प्रदर्शन करेंगे और बुराड़ी के निरंकारी समागम मैदान में नहीं जाएंगे. इसके अलावा किसानों ने तय किया है कि वे रोजाना 11 बजे मीटिंग करेंगे और आगे की रणनीति तय करेंगे.

केंद्र के नए कृषि क़ानून के ख़िलाफ़ किसानों के जारी प्रदर्शन के बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को कहा कि ये क़ानून किसानों के कल्याण के लिए है. साथ ही उन्होंने किसानों के प्रदर्शन को गैर राजनीतिक बताया. हैदराबाद नगर निगम के अंतिम दौर के चुनाव प्रचार के सिलसिले में अमित शाह रविवार को हैदराबाद में थे. संवाददाताओं के साथ बातचीत में शाह ने कहा, “नए कृषि क़ानून किसानों के कल्याण के लिए हैं. लंबे समय के बाद किसान बंधन वाली व्यवस्था से बाहर आने जा रहे हैं. जो भी इनका राजनीतिक विरोध करना चाहता है करने दें. मैंने ये कभी नहीं कहा कि किसानों का प्रदर्शन राजनीतिक है और ऐसा कभी कहूँगा भी नहीं.”शाह प्रदर्शनकारी किसानों से पहले ही यह अपील कर चुके हैं कि वो बुराड़ी के मैदान में प्रदर्शन के लिए बैठें और जैसे ही वो निर्धारित जगह पर आते हैं केंद्र सरकार उनसे बातचीत करेगी.” हालांकि रविवार को प्रदर्शनकारी किसान इस बात पर डटे रहे कि वो बुराड़ी नहीं जाएंगे और केंद्र सरकार की ऐसी किसी शर्त को नहीं मानेंगे..किसान आंदोलन को लेकर दिल्ली में BJP अध्यक्ष जेपी नड्डा के घर हाई लेवल बैठक बुलाई गई. बैठक में गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ समेत कई लोग शामिल हुए. .किसान आंदोलन को लेकर AAP के नेता राघव चड्ढा ने कहा कि किसान दिल्ली में जहां कहीं भी विरोध प्रदर्शन करना चाहते हैं, उन्हें अनुमति दी जानी चाहिए. दिल्ली के मुख्यमंत्री के निर्देशों के अनुसार, AAP सरकार किसानों के विरोध प्रदर्शन के लिए सेवादार की भूमिका निभाएगी. हम उनके लिए लंगर, पानी, बिजली आदि की व्यवस्था करेंगे. हम किसानों के लिए खड़े रहेंगे. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने किसान आंदोलन को लेकर PM नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है. उन्होंने अपने पत्र में पीएम मोदी से आग्रह किया है कि वे किसानों की सुनें और कृषि कानूनों पर फिर से विचार करें. किसानों के आंदोलन पर कांग्रेस के नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने बीजेपी और अमित शाह पर हमला करते हुए कहा कि अमित शाह, अगर आप रैलियों को संबोधित करने के लिए 1200 किलोमीटर दूर हैदराबाद की यात्रा कर सकते हैं तो आप किसानों के साथ बातचीत की पहल के लिए 12 किमी की यात्रा क्यों नहीं कर सकते. किसान यूनियन ने अपनी पीसी में कहा कि सरकार की ओर से बुराड़ी में प्रदर्शन करने का प्रस्तव हम नामंजूर करते हैं. हम बिना शर्त सरकार से बातचीत चाहते हैं. बुराड़ी ओपन जेल की तरह है और वो आंदोलन की जगह नहीं है. उन्होंने कहा कि हमारे पास पर्याप्त राशन है और 4 महीने तक हम रोड पर बैठ सकते हैं.