

चंडीगढ़। पंजाब में किसानों के बाद अब 50 हजार स्कूल बस ऑपरेटर सड़कों पर उतरने की तैयारी में हैं। बस ऑपरेटरों का कहना है कि लॉकडाउन में स्कूल बंद होने के कारण वह सड़कों पर आ गए हैं। स्कूल वाहनों की ईएमआई नहीं दे पा रहे हैं। उन्होंने सरकार से लॉकडाउन के दौरान सभी टैक्स माफ करने की मांग की है। साथ ही चेतावनी दी है कि यदि 15 अक्तूबर तक उनकी मांग नहीं मानी गई तो वह पटियाला में सीएम आवास का घेराव कर वाहनों की चाबी सौपेंगे स्कूल एवं कॉलेज बस ऑपरेटर एसोसिएशन पंजाब के प्रधान गुरप्रीत सिंह हैपी, उपाध्यक्ष जसमीत सिंह, महासचिव राजविंदर सिंह ने गुरुवार को पत्रकारों से बातचीत में बताया कि सरकार ने लाकडाउन में सभी वर्गों को राहत दी है लेकिन स्कूल कॉलेज बस ऑपरेटरों की अनदेखी की है। उन्होंने बताया कि पिछले एक-दो वर्षों के दौरान पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट द्वारा जारी निर्देशों का पालन किया है। मार्च माह से स्कूल-कॉलेज बंद हैं।


बसें नही चल रही हैं। ऑपरेटरों की बसें खड़ी हैं। आमदन के साधन खत्म हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि खड़ी बसों के टैक्स, किश्त, पासिंग, बीमा आदि लगातार बढ़ रहा है। हैपी ने कहा कि ऑपरेटरों को फाइनांसरों की धमकी आ रही है। उन्होंने केंद्र व पंजाब सरकार से मांग की है कि जब तक स्कूल-कॉलेज पूरी तरह से नहीं खुलते तब तक टैक्स, बीमा, पासिंग व किश्तों आदि पर रोक लगाई जाए। इस दौरान एसोसिएशन के सचिव प्रदीप सिंह, गुरप्रीत सिंह, सुखदेव सिंह, अवतार सिंह, धीरा सिंह व बलविंदर सिंह समेत कई ऑपरेटर मौजूद रहे।_
