चंडीगढ़ – राजेंद्र सोनी। लंबे इंतजार के बाद चंडीगढ़ प्रशासक की इच्छा के विरुद्ध 2009 बैच के आईपीएस अधिकारी कुलदीप सिंह चहल की नियुक्ति चंडीगढ़ के एसएसपी के तौर पर हो गई है। पंजाब सरकार द्वारा भेजे गए तीन नामों की सूची में से चंडीगढ़ के प्रशासक वीपी सिंह बदनौर ने लुधियाना ग्रामीण के एसएसपी विकासशील सोनी के नाम पर सिफारिस की थी किंतु भारत सरकार के गृह मंत्रालय ने प्रशासक की सिफारिश को नजरअंदाज करते हुए मोहाली के एसएसपी कुलदीप सिंह चहल के नाम को मंजूर कर लिया है जो इसी सप्ताह चंडीगढ़ के एसएसपी का पद ग्रहण करेंगे। उनके पद ग्रहण करने के बाद उनके लिए बहुत बड़ी चुनौती होगी व उनके लिए यह पद किसी अग्निपद से कम नहीं होगा। उनके लिए सबसे बड़ी दिक्कत आईपीएस बनने से पहले चंडीगढ़ पुलिस में थानेदार होना है। वह जिस पुलिस फोर्स की कमान संभालने जा रहे हैं उसमें लगभग सभी थाना प्रभारी व पुलिस के डीएसपी व एसपी 2009 से पहले उनसे सीनियर रहे हैं। अब वह उन सभी के बॉस व कमांडर बन गए हैं। ऐसे में मर्यादा का ख्याल रखना सबसे बड़ी चुनौती होगी। चंडीगढ़ पुलिस में बतौर थानेदार चहल के सेवाकाल के दौरान बहुत सारे उनके सीनियर अधिकारी रहे क्या उनका पद के अनुसार संभाल करेंगे व उनके अधिकार क्षेत्र को पूर्णतौर पर मंजूर करेंगे? यह एक बहुत बड़ा सवाल है। चंडीगढ़ पुलिस में धड़ेबंदी हमेशा जोरों पर रही है। हरियाणवी व पंजाबी लोबी हमेशा एक दूसरे के विरुद्ध मोर्चा खोलते रहे हैं। चहल की नियुक्ति के बाद हरियाणा लोबी बहुत खुश दिखाई दे रहे हैं जबकि पंजाब लोबी चुप व संदेह में हैं। ऐसे में पंजाबी लोबी को समानता देना चहल के लिए बहुत कठिन कार्य होगा। क्योंकि पहले उन्हें हरियाणा लोबी से जोड़कर देखा जाता रहा है। चंडीगढ़ पुलिस में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है। सीबीआई लगातार चंडीगढ़ पुलिस के उच्चअधिकारियों को रिश्वत लेते पकड़ चुकी है अभी एक थाना प्रभारी जेल में बैठे हैं। शहर में कानून व्यवस्था काबू से बाहर है व इमीग्रेशन कंपनियों का दबदबा कायम है। इन सभी आसाजिक तत्वों पर काबू पाना कठिन काम है। अगर चहल इन सभी परिस्थितियों से मुकाबला करने में कामयाब हो जाते हैं तो उनका नाम पुलिस के नामी अधिकारियों में शामिल हो जाएगा।
– आखिर कौन होंगे मोहाली के एसएसपी?
मोहाली। एसएसपी कुलदीप सिंह चहल के चंडीगढ़ में नियुक्ति होने के बाद मोहाली में एसएसपी नियुक्त होने के लिए फिर से दौड़ शुरू हो गई है। अब दौड़ में कुछ अधिकारी पिछड़ गए हैं जबकि कुछ नये अधिकारी बड़ी तेजी से आगे आ गए हैं। अब सबसे ऊपर नाम संगरुर के एसएसपी संदीप गर्ग का चल रहा है। संदीप गर्ग बहुत ही इमानदार व समझदार अधिकारी हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शिक्षा मंत्री विजय इंद्र सिंगला उन्हें मोहाली में एसएसपी लगवाना चाहते हैं। दूसरे नंबर पर नाम खुफिया विभाग में तैनात डॉ नानक सिंह का नाम आगे आ रहा है। डॉ नानक सिंह तरनतारन, बठिंडा व कई जिलों में एसएसपी रहे हैं। अपने सेवाकाल में आम लोगों में अपना नाम अच्छा बनाया है व अपराधियों पर भी काबू पाने के लिए कामयाब रहे हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पंजाब के डीजीपी उन्हें मोहाली में एसएसपी लगवाना चाहते हैं।
– कानून व्यवस्था में हो जाता है सुधार!
हरचरण सिंह भुल्लर पंजाब के कई जिलों के एसएसपी रह रहे चुके हैं। वह तजुर्बेकार व पेशावर अधिकारी माने जाते हैं। जहां जहां वह एसएसपी रहे हैं वहां वहां अपराधों में एकदम कमी आ जाती है। इससे पहले वह जब मोहाली के एसएसपी लगे थे तो उस समय मोहाली में कानून व्यवस्था बहुत दयनीय थी, लेकिन भुल्लर के मोहाली में बतौर एसएसपी जाइन करने के बाद जिले में कानून व्यवस्था में जबरदस्त सुधार हुआ था।
– शाही शहर पटियाला निवासी भार्गव भी दौड़ में
मोहाली एसएसपी पद के लिए पीपीएस अधिकारी नरेंद्र भार्गव का नाम भी चल रहा है। नरेंद्र भार्गव भी पेशावर पुलिस अधिकारी के तौर पर माने जाते हैं। मानसा, बठिंडा सहित कई जिलों के एसएसपी रह चुके हैं। मूलरूप से पटियाला निवासी भार्गव के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह से परिवारिक संबंध हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पटियाला के नामी परिवार उन्हें मोहाली में एसएसपी लगवाना चाहते हैं। वह मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह खुद भी उन्हें एसएसपी लगाने के इच्छुक हैं।