हर्षित सैनी
रोहतक, 2 जनवरी। महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय को उत्कृष्टता का केन्द्र (सेंटर फॉर एक्सीलेंस) बनाने, विकास व प्रगति के नए क्षितिज तय करने के संकल्प के साथ आज विश्वविद्यालय में नव वर्ष का स्वागत किया गया।
एमडीयू के कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने आज विश्वविद्यालय सचिवालय परिसर में विश्वविद्यालय समुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि मदवि को नई ऊचाँईयों की ओर ले जाने के लिए सामूहिक प्रयास करने होंगे। उन्होंने कहा कि 2019 में मदवि ने नैक ‘ए प्लस’ ग्रेडिंग प्राप्त की। कई महत्वपूर्ण परियोजनाएं विश्वविद्यालय में प्रारंभ हुए।
मदवि ने एनआईआरएफ रैकिंग में भारत के विश्वविद्यालयों में 90 वां स्थान प्राप्त किया। प्रो. राजबीर सिंह ने कहा कि मदवि में उत्कृष्ट कार्य संस्कृति विकसित करनी होगी। जरूरत है कि सामूहिक प्रयासों से मदवि बारे परसैप्शन में बदलाव लाया जाए। उन्होंने विश्वविद्यालय प्रगति यात्रा में योगदान देने के लिए सभी स्टेकहोल्डर्स का आभार व्यक्त करते हुए विश्वविद्यालय समुदाय से सकारात्मकता से आगे बढ़ने का आह्वान किया।
मदवि कुलसचिव प्रो. गुलशन लाल तनेजा ने नव वर्ष की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हम सबको पूरे वर्ष सामूहिकता तथा भाईचारा के भावना को प्रशस्त करते हुए विश्वविद्यालय को प्रगति पथ पर अग्रसर करना होगा। कुलसचिव ने कहा कि वर्ष 2020 में नूतन उत्साह-उमंग के साथ हम सब को विश्वविद्यालय के हित में कार्य करना होगा।
मदवि शिक्षक संघ के प्रधान डा. विकास सिवाच तथा मदवि गैर शिक्षक कर्मचारी संघ के प्रधान कुलवंत मलिक ने नव वर्ष स्वागत समारोह में विश्वविद्यालय समुदाय के सदस्यों को नव वर्ष की शुभकामनाएं दी। उन्होंने विवि कर्मियों तथा समस्त विश्वविद्यालय परिवार के लिए मंगल कामनाएं दी।
इस नव वर्ष स्वागत समारोह का संचालन निदेशक जनसंपर्क सुनित मुखर्जी ने किया। सुनित मुखर्जी ने प्रेरणादायी कविता पाठ कर म. द. विश्वविद्यालय के प्रगति की मंगलकामना की।
इस कार्यक्रम में अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. राज कुमार, प्रॉक्टर प्रो. एस.सी. मलिक, परीक्षा नियंत्रक डा. बी.एस. सिन्धु, लाइब्रेरियन डा. सतीश मलिक समेत विभिन्न संकायों के अधिष्ठाता, विभागाध्यक्ष, प्राध्यापक, शाखा अधिकारी मदवि शिक्षक संघ तथा गैर शिक्षक कर्मचारी संघ पदाधिकारी, विवि गैर शिक्षक कर्मी उपस्थित रहे। कार्यक्रम उपरांत जल-पान हुआ। विश्वविद्यालय समुदाय ने आपस में नव वर्ष की शुभकामनाओं का आदान-प्रदान किया।