बीकानेर,(हेम शर्मा )।केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल अभी तक मोदी के नाम से चुनाव जीतते आए हैं। बीकानेर में भाजपा के सामने तीन सीटें श्रीडूंगरगढ़, नोखा और लूणकरणसर में चुनौती है। केंद्रीय मंत्री इस चुनौती को स्वीकर करें और तीनों सीटों पर भाजपा को जीतने में अपने राजनीतिक दक्षता का इस्तेमाल करें। अन्यथा भाजपा संगठन और सरकार ने मेघवाल को पद और मान दिया है उसका क्या ओचित्य रह जाएगा ? सवाल यह है कि मेघवाल भाजपा संगठन और सरकार के लिए क्या उतना कर पाए हैं जिसकी जनता, भाजपा संगठन और सरकार को अपेक्षा है। अभी राजस्थान में भाजपा चुनावी रण में मेघवाल के संसदीय क्षेत्र में विधानसभा की आठ सीटें है। बीकानेर जिले की सात विधानसभा सीटों में से भाजपा तीन सीटों पर कांग्रेस सरकार मंत्रियों से मुकाबला कर रही है। इन सीटों को अगर छोड़ दें तो श्रीडूंगरगढ़, नोखा और लूणकरणसर सीटों पर भाजपा प्रत्याशी को जिताने का जिम्मा केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल को लेना चाहिए। मोदी, शाह और नढ्डा पूरे राजस्थान की जिम्मेदारी अपने कंधो पर ले रहे हैं तो क्या केंद्रीय मंत्री मेघवाल इन तीन सीटों पर भाजपा प्रत्याशी को जिताने में सक्षम नहीं है? जिले में इन तीनों सीटों पर त्रिकोणीय या बहुकोणीय संघर्ष के चलते भाजपा को कड़ी चुनौती है। हालांकि तीन में से दो नोखा और लूणकरणसर भाजपा के कब्जे की सीटें रही हैं। केंद्रीय मंत्री श्रीडूंगरगढ़, नोखा और लूणकरणसर में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर मिटिंगें भी ले चुके हैं। बाकी विधानसभा क्षेत्र श्रीकोलायत और खाजूवाला में वे अभी तक गए नहीं हैं। मंत्री अगर इन तीन सीटों की जिम्मेदारी लेकर अपना परचम फहराए तो वे भाजपा पार्टी और सरकार की ओर से उनको दिए मान सम्मान का फर्ज अदा कर सकेंगे अन्यथा तो वे पार्टी, संगठन और सरकार का दिया भोग ही रहे हैं।