जयपुर, (ओम एक्सप्रेस )। केंद्रीय श्रमिक संगठन इंटक, एटक, एचएमएस, सीटू, राज. सीटू, एक्टू के तत्वावधान में देशभर में आज श्रमिकों ने केंद्र सरकार की 41 आयुध कारखानों के निजीकरण की कवायद तथा हड़ताल का अधिकार छीनने की दृष्टि से लाए गए “आवश्यक प्रतिरक्षा सेवा अध्यादेश 2021” के विरुद्ध प्रतिरोध दिवस मनाया। इस कड़ी में जयपुर में श्रम आयुक्त कार्यालय पर श्रमिकों ने कोविड-19 गाइडलाइन का पालन करते हुए विरोध प्रदर्शन किया।

इस अवसर पर श्रमिक नेता मुकेश माथुर, कुणाल रावत, जीवन गुर्जर, रविंद्र शुक्ला, रामपाल सैनी, आर के सिंह, डी के छंगानी, भंवर सिंह, घासीराम शर्मा, बी एम सुंडा आदि ने संबोधित किया। विभिन्न नेताओं ने कहा कि केंद्र सरकार “आवश्यक प्रतिरक्षा सेवा अध्यादेश 2021” को आयुध कारखानों के श्रमिकों के हड़ताल के अधिकार को छीनने की दृष्टि से लाई है ताकि 41 आयुध कारखानों के निजीकरण का मार्ग प्रशस्त हो सके। विभिन्न नेताओं ने कहा कि केंद्र सरकार पूर्णतया अलोकतांत्रिक तरीके से कार्य कर रही है और ऐसा लगता है कि देशभर में कारपोरेट क्षेत्र का आधिपत्य बनाने के लिए हर तरह के कदम उठाने को तत्पर है। देश के सभी केंद्रीय श्रमिक संगठन, केंद्र सरकार के इस व्यवहार की घोर निंदा करते हैं तथा राष्ट्रपति महोदय से अपील करते हैं कि राष्ट्रीय सुरक्षा के हित में आयुध कारखानों में कार्यरत लगभग 76 हजार कर्मचारियों और उनके परिवार के हित में आवश्यक हस्तक्षेप करके उक्त अध्यादेश और आयुध कारखानों के निजीकरण को रोकें। इसके बाद श्रम आयुक्त राजस्थान सरकार को राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन सौंपा गया।