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– दर्शनार्थियों का हुजूम उमड़ा
बीकानेर, 20 अगस्त। गंगाशहर में घूमचक्कर परिसर में सेठ श्री फौजराज बांठियां पाश्र्वनाथ जैन मंदिर ट्रस्ट की ओर से बनाएं गए उतराखंड के केदारनाथ तीर्थ की प्रतिकृृति के केदारनाथ महादेव मंदिर में चल रहा प्रतिमा प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में शुक्रवार को संपन्न हुआ। वयोवृृद्ध पंडित नथमल पुरोहित के नेतृत्व में वेदपाठी पंडितों ने शास्त्रोक्त,वैदिक मंत्रोच्चाण से मंडप पूजन, प्रतिमाओं के सभी अंगों महान्यास के बाद प्राण प्रतिष्ठा करवाई।
ट्रस्ट के धनपत बांठिया ने बताया कि शुक्रवार को सुबह नौ बजे से शाम पांच बजे तक चले प्रतिष्ठा महोत्सव के दौरान आवाहित देवताओं, नव प्रतिमाओं, चैसठ योगिनी आदि देवी देवताओं का पूजन व उसके बाद हवन किया गया। मंदिर व उसमें प्रतिष्ठा करने वालों की मंगल कामना के लिए क्षेत्रपाल बली का अनुष्ठान में लापसी, मूंग आदि का उपयोग किया गया । नूतन मंदिर में करीब सवा सौ साल पहले के कसौटी पत्थर के शिवलिंग की पुनः प्रतिष्ठा की गई। नूतन प्रतिमाओं में शिव परिवार, रामदरबार, देवी दुर्गा, हनुमानजी, राधाकृृष्ण, भगवान गणेश परिवार, सूर्य आदि देवताओं की प्रतिमाओं की प्रतिष्ठा हुई। मंदिर की बनावट हूबहू उतराखंड के केदारनाथ महादेव मंदिर के अनुसार की गई है। पहाड़ों को विशेष पेंटिंग के जरिए मंदिर में उकेरा गया है । मंदिर की प्रतिष्ठा के समय व दिन भर दर्शनार्थियों का हुजूम उमड़ पड़ा ।
मंदिर इतिहास- धनपत बांठिया ने बताया कि गंगाशहर स्थित श्री राम निवास बगीची, जिसे लोग घूमचक्कर के नाम से जानते है, इसका निर्माण स्वर्गीय सेठ रामचन्द्र बांठिया ने करवाया। बगीची में भगवान पाश्र्वनाथ जिन मंदिर की प्रतिष्ठा वैशाख सुदी 15 विक्रम संवत््् 1905 यानि करीब 175 साल पहले हुई। इसी संकुल में भगवान महादेव की प्रतिष्ठा सेठश्री फौजराज बांठिया ने पूर्व महाराजा गंगासिंहजी के शासनकाल में 125 साल पहले करवाई थी। वर्तमान में इस प्राचीन मंदिर का जीर्णोद्धार सेठ श्री फौजराज बांठिया परिवार की ओर से सेठ श्री फौजराज बांठिया पाश्र्वनाथ जैन मंदिर ट्रस्ट, गंगाशहर की ओर से किया जा रहा है । मंदिर का जीर्णोंद्धार व नव निर्माण कार्य का शिलान्यास 11मार्च 2020 को कर कार्य प्रारंभ किया गया । करीब डेढ़ साल से अधिक समय इसके निर्माण कार्य में लगा है। इसमें पाली, उत्तराखंड के प्रवीण कारीगरों, वास्तुकारों व वास्तु शिल्पियों की सेवाएं ली गई।
सम्मान व जिनालय जीर्णोंद्धार की घोषणा-
नूतन श्री केदारनाथ महादेव मंदिर में शुक्रवार शाम को जैन श्वेताम्बर खरतरगच्छ के गच्छाधिपति आचार्यश्री जिन मणिप्रभ सूरिश्वरजी के सान्निध्य में भगवान श्री पाश्र्वनाथ मंदिर जीर्णोंद्धार ट्रस्ट का गठन कर 175 साल पुराने जिनालय का जीर्णोंद्धार करवाने, जिनालय परिसर में उपासरा व भोजनालय बनाने की घोषणा की गई। विधायक सुश्री सिद्धि कुमारी, नगर निगम के पूर्व महापौर नारायण चैपड़ा, श्रमणोपासक के पूर्व संपादक व अखिल भारतीय साधुमार्गी जैन संघ के पूर्व उपाध्यक्ष समाज सेवी चंपालाल डागा, श्री जैन पाठशाला सभा के अध्यक्ष विजय कोचर, उद्योगपति बसंत नवलखा ने मंदिर निर्माण में सहयोग करने वालों का सम्मान किया। सम्मानित होने वालों में पंडित नथमल पुरोहित व उनके शिष्यों की टीम, मंदिर के कारीगर, वास्तुशिल्पी, और विभिन्न कार्यों में सहयोग करने वाले शामिल थे। अरुणाचल प्रदेश के आलोंग के पुलिस अधीक्षक राजा बांठिया व ज्योति प्रकाश रंगा ने मंदिर की विशेषताओं से अवगत करवाया। धनपत बांठिया ने मंदिर में परो़क्ष-अपरोक्ष रूप् से सहयोग करने वालों का आभार जताया। कार्यक्रम में चिंतामणि जैन मंदिर प्रन्यास के अध्यक्ष निर्मल धारीवाल सहित अनेक जैन समाज के गणमान्य लोग मौजूद थे।