बीकानेर , (ओम दैया )नोखा बावड़ी के केलावा में स्थित केशव प्रिया गौशाला में देश के जाने माने संतो के कर कमलों द्वारा गौसेवी, गौकुलवासी संत श्री पदमाराम जी कुलरिया की भव्य प्रतिमा का अनावरण गौशाला प्रांगण में हजारों गौसेवको की गरिमापूर्ण उपस्थित में कथा वाचक भाई श्री रमेश भाई ओझा, पतंजलि योगपीठ से आये आयुर्वेदाचार्य स्वामी बालकृष्ण, ॠषिकेश से आये स्वामी चिदानंद सरस्वती मुनि महाराज, बालाजीधाम खारिया के संत बजरंगदास महाराज, संत रामद्वारा से संत रामनाथ, कथावक्ता संत सुखदेव महाराज तथा केशव प्रिया गौशाला के संचालक व कथावक्ता संत मुरलीधर महाराज ने मंत्रोच्चारण के साथ कुलरिया परिवार की उपस्थिति में संपन्न हुआ। संतो ने कहा कि गौसेवी संत श्री पदमाराम जी को उनकी गौभक्ति और समाज सेवा के लिए उनको देश के जाने माने संतो ने संत की उपाधि से अलंकृत किया था। संत श्री पदमाराम जी ज्यादा पड़े लिखें नहीं थे पर शिक्षा के लिए उन्होने पूरे देश में अलख जगा रखी थी उनकी बेटियों की शिक्षा के प्रति लगाव जग जाहिर था और पर्यावरण के लिए भी संतश्री को जाना जाता था। गौसेवी गौकुलवासी संत श्री पदमाराम जी कुलरिया एक पर्यावरण प्रेमी भी थे, अपने जीवन काल में उन्होने ना केवल राजस्थान बल्कि सम्पूर्ण देश में लाखो पौधा रोपण कर एक सकारात्मक सन्देश दिया वो एक सहज़, सरल और संवेदनशील व्यक्तित्व के धनी थे। आने वाली पीड़ियों के लिए उनका आदर्शवाद हमेशा एक सेवा के मार्ग को प्रशस्त करता रहेगा। चिदानन्द सरस्वती मुनि महाराज ने उनको एक परम गौसेवी भक्त बताया।
उन्होने गौसेवी संत श्री पदमाराम जी के पूरे परिवार को समाज सेवा के लिए एक अनुपम उदाहरण बताया। उन्होंने कहा की कुलरिया परिवार ने ना केवल संत पदमाराम जी जैसे गौसेवक दिए बल्कि उनके भाई भी गौकुलवासी गौसेवक थे, जो हमेशा गौशालायों के लिए तन, मन और धन से समर्पित रहते थे। प्रतिमा अनावरण समारोह में कथावक्ता रमेश भाई ओझा जी ने संत पदमाराम जी के गौसेवी पुण्य विचारों को केशव प्रिया गौशाला को मूर्त रूप देने के लिए गौकुलवासी संतश्री पदमाराम कुलरिया के तीनो पुत्रो कानाराम-शंकर-और धर्मचंद कुलरिया के साथ गौशाला संचालक मुरलीधर महाराज को भी आशीर्वाद स्वरूप धन्यवाद दिया। केशव प्रिया गौशाला के संचालक मुरलीधर महाराज ने गौकुलवासी संतश्री पदमाराम जी को एक सच्चे संत के रूप में वर्णित किया उन्होने कहा की वो हमेशा गायों की चिंता करते थे, वो कहते थे की ये केशव प्रिया गौशाला पूरे देश के लिए गायों की सेवा के लिए एक उदाहरण बनेगा। उनका ये पावन सेवापूर्ण विचार आज मूर्त रूप में हमारे सामने है आज वो इस गौशाला प्रांगण में ना केवल आदमकद प्रतिमा स्वरूप में विराजमान है बल्कि वो अब हम सबके मन और आत्मा में अपने गौसेवी पवित्र विचारो के साथ विराजमान रहेंगे और हम सबके लिए हमेशा सेवा के मार्ग को प्रशस्त करते रहेंगे। उन्होने कहा कि संत श्री पदमाराम जी कुलरिया जी के तीनों पुत्र भी सेवा के इस पावन अभियान को पूरे तन, मन और धन से हमेशा सृजित करते रहते है। कुलरिया परिवार के इन तीनो रत्न कानाराम-शंकर-धर्मचंद को में साधुवाद देता हूँ। इस अवसर पर देशभर से आए सैकड़ो गणमान्यो एवं संतों का संतश्री जी के सुपुत्र इंटीरियर जगत की शख्सियत, उद्योगपति, भामाशाह शंकर कुलरिया ने गौभक्तो का आभार व्यक्त किया। समारोह में सम्पूर्ण देश से आये हुए हजारों गौसेविको और भक्तो ने सबसे पहले देश के जाने माने कथावक्ता भाईश्री रमेश भाई ओझा के वचनामृत से भगवत गीता का श्रवण कर आनंद लिया। भव्य प्रतिमा अनावरण के बाद सभी संतो के संग गौभक्तो ने गौ आरती के आयोजन में भाग लिया। कार्यक्रम में संत श्री पदमाराम जी कुलरिया की धर्मपत्नी हरप्यारीदेवी कुलरिया भी उपस्थित रही।
कैलाश खैर ने दी प्रस्तृतियां दी:- मूर्ति अनावरण के बाद बाॅलीवुड गायक पद्मश्री से सम्मानित कैलाश खेर के भजनों एवं गीतों का आनंद हजारों दर्शकों के साथ समस्त संतों के सानिध्य में कानाराम-शंकर-धर्मचंद कुलरिया ने अपने परिवार उगमराम कुलरिया, भंवर कुलरिया, रमेशचन्द्र शर्मा, अमराराम जाँगिड़, ब्रजमोहन जोंपिग, अमराराम, पूर्व संसदीय सचिव कन्हैयालाल झंवर, प्रेमसुख शर्मा, प्रसिद्ध अभिनेता राज जांगिड़, दिल्ली से आये वरिष्ठ पत्रकार दिनेश गौड़, पुखराज सुथार, संजय बुडल, कुणाल सुथार आदि उपस्थित रहे।