बिहार एवं झारखंड राज्य में मशरूम उत्पादन के माध्यम से आत्मनिर्भर बनाने की अल ख जगा रहा है ए पी पी एग्रीगेट । कोरोना काल में जहां एक तरफ भुखमरी और बेकारी का आलम व्याप्त है वही दूसरी ओर अत्याधुनिक मशीन के द्वारा मशरूम प्रसंस्करण के कार्य में लगातार लगा हुआ है ए पी पी एग्रीगेट l
तत्कालीन राष्ट्रपति प्रतिभा देवी सिंह पाटिल द्वारा गुवाहाटी ( असम ) मे वर्ष 2008 मे निर्मल ग्राम पुरस्कार से सम्मानित सामाजिक कार्यकर्ता और निदेशक ए पी पी एग्रीगेट प्रभाकर कुमार ने बताया कि मशरूम ही एक ऐसा फसल है जिसे घर में रहकर कम लागत पर किया जा सकता है । यह फसल 21 दिन में तैयार हो जाता है और लागत का 3 गुना मुनाफा भी देता है l उन्होंने बताया कि मेरे फार्म द्वारा न केवल विभिन्न प्रकार के मशरूम बीज उचित मूल्य पर उपलब्ध कराया जाता है बल्कि लाभार्थियों को प्रशिक्षण देकर उन्हें कौशल प्रदान किया जाता हैl
फार्म के पास बिरसा कृषि विश्वविद्यालय द्वारा प्रशिक्षित प्रशिक्षक भी है ।उन्होंने कहा कि कोरोना के इस दौर में आर्थिक संकट से जूझ रहे लोगों बेरोजगार लोगों और प्रवासी मजदूर इसके माध्यम से अपना भविष्य धार सकते हैं और आर्थिक स्थिति को मजबूत बना सकते हैं l मशरूम उत्पादन घर में रहकर लोग कर सकते हैं ।
ए पी पी एग्रीगेट मशरूम बीज उत्पादन केंद्र का उद्घाटन जिला कृषि पदाधिकारी खूंटी के सम्राट अशोक 3 जनवरी 20 20 में की l 26 जनवरी 20 20 को जिला के उप विकास आयुक्त अरुण कुमार सिंह ने मशरूम बीज उत्पादन केंद्र निरीक्षण के बाद जनहित में इसे कारगर कदम बताया ।
मशरूम उत्पादन विधि — मशरूम की खेती समशीतोष्ण कालीन मौसम में विशेषकर जुलाई से नवंबर और फरवरी से अप्रैल तक 20 से 25 डिग्री सेल्सियस मैं किया जाता है l धान या गेहूं की कुट्टी एक से डेढ़ इंच पॉलिथीन की थैली 60 गुना 40 सेंटीमीटर फफूंदी नाशक फार्म लीन के उपयोग से पुआल को 12 से 14 घंटे फार्म लीन और बविष्टिन मिलाकर पानी में डुबोकर रखना दूसरे दिन पानी से निकालकर फर्श पर फैला दें जब कुट्टी मैं 65 से 70 परसेंट नहीं रहने दो प्लास्टिक बैग में परत दर परत कुट्टी को भरें बीज को 3 – 4 लेयर डालकर उसके मुंह को रबर बैंड से कसकर बंद कर दें और 10 से 15 जगह नुकीली लकड़ी से छेद कर ले l 18 से 20 दिनों के बाद बैग में सफेद कवच जाल हर जाने पर पॉलिथीन काटकर हटा दें और पानी का हल्का छिड़काव करें 3 से 4 दिनों में मशरूम निकलना प्रारंभ हो जाएगा ।