– ’खुशी परवान पर, आंखों में चमक

बीकानेर, । सोमवार की शाम तक क्वॉरेंटाइन में रहकर स्वस्थ होकर रवाना होते हुए लोगों के लिए खुशी का दिन था जब वे अपने घर की ओर रवाना हुए।
हंशा गेस्ट हाउस में चिकित्सकों की सलाह पर क्वॉरेंटाइन रहें पांच 5 लोगों को जिला कलेक्टर कुमार पाल गौतम ने जब स्वस्थ होने के बाद शुभकामना पत्र उन्हें सौंपा तो उनकी खुशियां सातवें आसमान पर थी । खुशी के इस पल में वे कभी शुभकामना पत्र को देख रहे तो कभी जिला कलेक्टर को । रमजान के पाक माह में उनपर अल्लाह ताला ने जो रहमत की वर्षा की, उससे अभिभूत नजर आ रहे थे। उन्होंने कहा कि यह अल्लाह की रहम का ही फल है कि वे इस संकट से निकलकर घर लौट रहे हैं । जिला कलक्टर ने इनको शुभकामनाएं देते हुए कहा कि वे घर पर रहकर पूरी तरह से ध्यान रखें। आसपास के लोगों को भी इसके बारे में सचेत करें। साथ ही उनको बताएं कि अगर घरों में रहेंगे तो अपने साथ-साथ दूसरों को भी हम स्वस्थ रख सकेंगे।

’आभार’ गाड़ी में बैठते समय सभी ने दिल से चिकित्सकों को और उनकी सेवा में लगे लोगों के प्रति हाथ जोड़कर अभिवादन कर आभार प्रकट किया । जैसे ही जिला कलक्टर ने बच्चों को गाडी में बैठने का इशारा किया तो पलक झपकते ही छोटे बच्चे गाड़ी में जाकर बैठ गए। उनका चेहरा बीमारी से ठीक होने की कहानी स्वतः ही कह रहा था।

’दोहरी खुशी जीती जंग’ हंशा गेस्ट हाउस में यह क्षण बहुत ही भावुक और खुशियों से लबरेज था, जब एक माँ अपने 11 महीने के बच्चे को ठीक होने के बाद गोद में उठाकर खुशी से फूली नहीं समा रही थी। उसका उत्साह और खुशी देखते ही बनती थी । वह अपने आप को सबसे खुशनसीब माँ मान रही थी, जो इस जंग को जीतकर अपने बच्चे को घर लेकर जा रही थी। माॅं और बेटे दोनों कोरोना से जंग जीतकर आज वापस अपने घर पहुंच गए।