नई दिल्ली,(दिनेश शर्मा”अधिकारी”)। केंद्र की मोदी सरकार द्वारा लाये गए तीन नए कृषि कानूनों पर उपजा किसान आंदोलन अभी समाप्त नहीं हुआ है| 7 महीने से ज्यादा का समय हो गया है और किसान आंदोलन ज्यों का त्यों बरकरार है व समय-समय पर केंद्र की मोदी सरकार को घेरने में जुटा है और याद दिला रहा है कि तीन नए कृषि कानूनों पर किसान आंदोलन पीछे नहीं हटा है| इन्हें वापिस लेना ही होगा| फिलहाल, इन दिनों जब संसद में मानसून सत्र चल रहा है तो आंदोलनकारी किसान फिर से अपनी आवाज उठा रहे हैं| तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलनकारी किसान संसद में हल्ला बोलना चाहते हैं लेकिन सुरक्षा कारणों से इस तरह की इजाजत नहीं दी जा रही है और आंदोलनकारी किसानों से जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करने को कहा गया है| जहां वीरवार यानि आज आंदोलनकारी किसान जंतर-मंतर पर जुटेंगे और जोरदार प्रदर्शन करेंगें| इसे आंदोलनकारी किसानों की तरफ से ‘किसान संसद’ नाम दिया गया है| क्योंकि जंतर-मंतर पर प्रदर्शन तो होगा ही साथ ही गहरी चर्चा भी होगी| इस प्रदर्शन में किसान आंदोलन का मुख्य चेहरा किसान नेता राकेश टिकैत भी शामिल रहेंगे| जंतर-मंतर पर आंदोलनकारी किसान सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक जुटेंगे|

क्या बोले राकेश टिकैत…..

किसान नेता राकेश टिकैत का कहना है कि मोदी सरकार को तीन नए कृषि कानूनों वापिस करना ही होगा| हमारी बात माननी होगी| हम मनवाकर रहेगें| जंतर-मंतर पर जुटने को लेकर टिकैत ने कहा कि हम यहाँ किसान संसद लगाएंगे और पंचायत करेंगे। यह सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक चलेगा। वहीं, किसान नेता प्रेम सिंह भंगू ने कहा, ”हम वहां विस्तार से चर्चा करेंगे, हम स्पीकर भी बनाएंगे, चर्चा होगी और प्रश्नकाल भी होगा।

यूपी जाने की तैयारी….

आंदोलनकारी किसानों का अगला पड़ाव उत्‍तर प्रदेश होगा। अगले साल यूपी में चुनाव है, उससे पहले बीजेपी को आइसोलेट करने की कोशिश होगी। सिंघु बॉर्डर पर मौजूद एक किसान नेता प्रेम सिंह भांगू ने न्‍यूज एजेंसी से कहा, “हमारा यूपी मिशन 5 सितंबर से शुरू होगा। हम बीजेपी को पूरी तरह आइसोलेट करेंगे। तीन कृषि कानूनों को वापस लेने के सिवाय कोई विकल्‍प नहीं है। हम बातचीत के लिए तैयार हैं।”

दिल्ली में जगह-जगह तगड़ी है सुरक्षा व्‍यवस्‍था….. खासकर सिंघु बॉर्डर और जंतर मंतर पर….

किसानों के मूवमेंट को देखते हुए सिंघु बॉर्डर पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। दरअसल,, यहां से ही आंदोलनकारी किसान जंतर मंतर का रुख करेंगे।डी सी पी बाहरी ज़िला दिल्ली का कहना है कि किसानों के प्रदर्शन को ध्यान में रखकर टिकरी बॉर्डर पर प्रतिबंध की व्यवस्था की गई है| सिर्फ सिंघु बॉर्डर से आने जाने की अनुमति है। टिकरी बॉर्डर से किसानों के प्रदर्शन से संबंधित आवाजाही की अनुमति नहीं है। बाकी अन्य तरह की आवाजाही पर रोक नहीं है|