-विश्वकर्मा औद्योगिक क्षेत्र में नाले की भूमि पर चल रही अवैध फैक्ट्रियों व गोदाम का मामला
– हरीश गुप्ता
जयपुर। विश्वकर्मा औद्योगिक क्षेत्र (वीकेआई) में हजारों की संख्या में अवैध रूप से फैक्ट्रियां चल रही है। इनमें सैकड़ों फैक्ट्री नदी नाले की भूमि पर है। करीब साढ़े 3 महीने पहले जेडीए की ओर से कुछ फैक्ट्री-गोदाम संचालकों को नोटिस भी दिए, लेकिन मामला ठंडे बस्ते में चला गया।
सूत्रों ने बताया कि क्षेत्र के रोड नंबर से 17 बढारणा में क्षेत्र के तत्कालीन प्रवर्तन अधिकारी रोहित श्रीवास्तव ने करीब दो दर्जन फैक्ट्री व गोदाम संचालकों को अवैध निर्माण तोड़ने के नोटिस दिए। 28 अप्रैल को दिए नोटिस में 7 दिन का समय दिया गया था। सबसे बड़ी बात यह है कि वह 7 दिन आज तक पूरे नहीं हुए। यह तो तब है, जबकि करीब साढ़े 3 महीने का समय बीत चुका है।

सूत्रों ने बताया कि नाले पर बनी फैक्ट्री-गोदाम में से एक गोदाम पूर्व विधायक का भी है। वैसे तो इन विधायक के क्षेत्र में कई गोदाम है। जोड़ला पावर हाउस के पास तो आवासीय कॉलोनी में भी इनके गोदाम चल रहे हैं। क्षेत्र के भू-कारोबारियों ने नाले को छोटी नाली में परिवर्तित कर दिया। उसका नतीजा है कि बारिश आने पर कॉलोनियों में पानी भर जाता है। कभी ऐसा ना हो कि तेज बरसात आए और हालात बुरे हो जाएं।
सूत्रों ने बताया कि क्षेत्र के भू-कारोबारी बड़े ही दबंग है। रजिस्ट्री करने वाला विभाग, बिजली विभाग, प्रदूषण मंडल और जेडीए में उनकी खासी पकड़ है। यही कारण है सभी काम आसानी से हो जाते हैं। सूत्रों ने बताया कि जेडीए की प्रवर्तन शाखा के प्रमुख रघुवीर सैनी ने कुछ कार्रवाई करवाई और शेष पर कानूनी रूप से कार्रवाई करना चाहते हैं, लेकिन कर नहीं पा रहे। सूत्रों ने बताया कि नदी-नाले की जमीन पर अतिक्रमण के मामले में तो सर्वोच्च न्यायालय तक का फैसला आया हुआ है। उसके बाद भी जेडीए कार्रवाई से क्यों बच रहा है? आखिर वह कौन सी ताकत है जो जेडीए को कार्रवाई करने से रोक रही है? क्या जेडीए कोई बड़े हादसे का इंतजार कर रहा है?

सूत्रों ने बताया कि जिस हिसाब से क्षेत्र में फैक्ट्रियां लग चुकी है, रीको के क्षेत्र को भी शर्म आ जाए। रीको के क्षेत्र से दोगुने से ज्यादा में फैक्ट्रियां चल रही है। न तो प्रदूषण मंडल की आंखें काम कर रही, ना ही बिजली विभाग की। आंख बंद कर बिजली के कनेक्शन जारी हो जाते हैं।