जयपुर,। प्रवासी राजस्थानी बंधुओं को राजस्थान में उद्योग लगाने और व्यापार करने का आह्वान करते हुए राजस्थान मेला प्राधिकरण के उपाध्यक्ष एवं राज्यमंत्री रमेश बोराणा ने कहा कि राजस्थान अब पहले जैसा पिछड़ा राज्य नहीं है अपितु खुशहाल और समृद्ध राजस्थान के रूप में देश दुनिया में अपनी पहचान बना रहा है।
बोराणा बेंगलोर में आयोजित प्रवासी घाँची समाज के नव निर्मित भवन एवं प्रतिमा प्राण प्रतिष्ठान समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में 36 क़ौम के प्रवासी राजस्थानियों को संबोधित कर रहे थे।
बोराणा ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के कुशल नेतृत्व में राजस्थान आज देश के अग्रणी राज्यों में अपना प्रमुख स्थान बना चुका है, जहां बिजली,पानी,सड़कें,यातायात और अन्य आधारभूत सुविधाओं की मज़बूत आधारशिला रखी गई है जो उद्योग और व्यापार करने के लिए अनुकूल है l उन्होंने प्रदेश की सरल और लाइसेंस रहित उद्योग नीति का उल्लेख करते हुए कहा कि राज्य सरकार ज़मीन सहित अन्य सुविधायें देने को तत्पर है । पर्यटन को भी उद्योग का दर्जा देने वाला राजस्थान देश का सिरमौर राज्य बन गया है।
गहलोत सरकार की सामाजिक सुरक्षा योजनाओं का उल्लेख करते हुए बताया कि जन्म से लेकर बुढ़ापे तक यहां आम जन को विभिन्न योजनाओं से स्वस्थ एवं सुरक्षित जीवन की गारंटी दी गई है l राजस्थान में दस लाख रुपये तक की निःशुल्क चिकित्सा की चिरंजीवी योजना विश्व के लिये प्रेरणा बन गई है साथ ही उच्च शिक्षा के क्षेत्र में प्रदेश ने क्रांतिकारी प्रगति की है।
बोराणा ने कहा कि प्रवासी राजस्थानी कर्म भूमि के साथ जन्म भूमि के विकास में भी भागीदार बने और अपनी पारंपरिक और सांस्कृतिक जड़ों को मजबूत करने में सजग रहें l
देश के वर्तमान हालातों पर चिंता प्रकट करते हुए उन्होंने प्रवासी बंधुओं से अपील की कि वे बिना किसी सांप्रदायिक उन्माद और भावना में आये भाईचारे और समरसता का वातावरण बनाने में आगीवाण बने।
बोराणा अपने चार दिवसीय दक्षिण भारतीय दौरे में कर्नाटक और आन्ध्र प्रदेश के विभिन्न धार्मिक स्थलों के प्रबंधन का अध्ययन भी किया l इस दौरे में राजस्थान मेला प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी भारतीय प्रशासनिक सेवा के डा. महेंद्र खड़गवात भी उनके साथ थे।