बीकानेर । जिला कलक्टर कुमार पाल गौतम ने कहा है कि कोरोना वायरस का संकट बना हुआ है। लॉक डाउन की वजह से सबसे जयादा असर मजदूरों पर पड़ा है। जो मजदूर काम की वजह से अन्य दूसरे राज्यों में रह रहे थे रोजगार बंद होने की वजह से उन पर बहुत प्रभाव पड़ा है। रोजगार न होने की वजह से वह अपने घर वापस लोटे है। अतः इनकी जीविका चलाने के लिए उन्हें रोजगार दिया जाना बहुत जरूरी है।

बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में गरीब कल्याण रोजगार योजना के तहत आयोजित बैठक में उन्होंने कहा कि प्रवासी मजदूरों को रोजगार के अवसर प्रदान किये जायेंगे और उनकी जीविका को सुधारा जायेगा। जिससे वे काम करके अपने परिवार का भरण पोषण कर सके और उनकी आर्थिक स्थिति को सुधारा सके। उन्होंने विभागीय अधिकारियों से कहा कि जिला परिषद के पास जिले में बाहर से आए प्रवासियों की सूची गांववार है। जिला परिषद से समन्वय कर, सूची प्राप्त करें और उसकी के अनुसार जो प्रवासी रोजगार प्राप्त करना चाहता है, उसे नियोजित करें।
जिला कलक्टर ने ग्रामीण विकास, सार्वजनिक निर्माण, वन विभाग सहित विभिन्न विभागों में चल रहे विकास कार्यों पर श्रमिकों के नियोजन की समीक्षा की और निर्देश दिए वर्तमान में जो भी विभागीय कार्य चल रहे है, उनमें प्रवासी लोगों को रोजगार देने में प्राथमिता दें। उन्होंने मनरेगा के स्वीकृत कार्यों पर नियोजित श्रमिकों के बारे में जानकारी ली और जाना कि इनमें कितने श्रमिक प्रवासी है ? ऐसे ही उन्होंने वन विभाग, वाटरशैड, रेलवे, जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी, जोधपुर विद्युत वितरण निगम, राष्ट्रीय राजमार्ग पर चल रहे कार्यों पर प्रवासी श्रमिकों को रोजगार की स्थिति को जाना और निर्देश दिए कि संबंधित विभाग अपने स्वीकृत कार्य शुरू करते हुए प्रवासियों को रोजगार दे।
बैठक मंे जिला परिषद के मुख्यकार्यकारी अधिकारी नरेन्द्र पाल सिंह, उपखण्ड अधिकारी रिया केजरीवाल, उपनिदेशक महिला एवं बाल विकास शारदा चैधरी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।