तीन दिन जयपुर में जुटेंगे देशभर के दिग्गज

जयपुर।प्रधानमंत्री मोदी का 11 जनवरी को एक दिवसीय दौरे पर जयपुर आने का प्रोग्राम, उनके साथ उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और लोक सभा स्पीकर ओम बिड़ला भी रहेंगे मौजूद, 10 साल पहले 2012-13 में भी राजस्थान विधानसभा में देश भर की विधानसभाओं के अध्यक्षों और विधान परिषदों के प्रमुखों का हुआ था सम्मेलन।

आगामी 10 से 12 जनवरी तक राजस्थान विधानसभा में होने वाले सभी राज्यों के विधानसभा अध्यक्षों और सचिवों के सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शिरकत करने आएंगे जयपुर. प्रधानमंत्री मोदी का 11 जनवरी को एक दिवसीय दौरे पर जयपुर आने का प्रोग्राम है. इस दौरान उनके साथ उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और लोक सभा स्पीकर ओम बिड़ला भी मौजूद रहेंगे. वहीं विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी की अध्यक्षता में 10 से 12 जनवरी तक होने वाले इस सम्मेलन में लोकतंत्र, संसदीय कार्यप्रणाली, विधायिका-कार्यपालिका के महत्व, चुनौतियां, नियमों, व्यवस्थाओं, संस्थानों आदि पर चिंतन किया जाएगा।

दरअसल, केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्रालय और लोकसभा अध्यक्ष कार्यालय ने सभी राज्यों के विधानसभा अध्यक्षों और सचिवों के सम्मेलन के लिए राजस्थान को चुना है. लिहाजा इसकी तैयारियों में सीपी जोशी जुट गए हैं. इस सम्मेलन में राज्यपाल कलराज मिश्र, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सहित केन्द्रीय मंत्री, सांसद, राजस्थान के वर्तमान व पूर्व सांसद, विधायक-पूर्व विधायक भी शामिल होंगे. सम्मेलन में लोकतंत्र, संसदीय कार्यप्रणाली, विधायिका-कार्यपालिका के महत्व, चुनौतियां, नियमों, व्यवस्थाओं, संस्थानों आदि पर चिंतन किया जाएगा और संसदीय कार्यों के अनुभवी लोग अपने विचार रखेंगे. चिंतन के बाद सम्मेलन में सामने आए विचारों, मुद्दों, सिद्धांतों पर एक रिपोर्ट भी तैयार होगी. वो रिपोर्ट सभी विधानसभाओं में भेजी जाएगी और लोकसभा-राज्यसभा के रिकॉर्ड में भी भेजी जाएगी. इस रिपोर्ट को भविष्य में संसद या राज्यों की विधानसभाओं में किसी नियम-प्रक्रिया, व्यवस्था, प्रश्न आदि के जवाब में बतौर उदाहरण काम में लिया जा सकेगा. यह पहला मौका होगा जब ओम बिरला और जगदीप धनखड़ एक साथ राजस्थान आएंगे।

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आपको बता दें 10 साल पहले 2012-13 में भी राजस्थान विधानसभा में देश भर की विधानसभाओं के अध्यक्षों और विधान परिषदों के प्रमुखों का सम्मेलन हुआ था. तब केन्द्र में कांग्रेस के नेतृत्व में यूपीए सरकार थी और डॉ. सी.पी. जोशी केन्द्र में रेल व सड़क परिवहन मंत्री थे और विधानसभा के अध्यक्ष दीपेंद्र सिंह शेखावत थे. संयोग से तब प्रदेश और केंद्र दोनों में कांग्रेस की ही सरकार थी और बड़ी बात यह कि राजस्थान के मुख्यमंत्री तब भी अशोक गहलोत ही थे और आज जब यह सम्मलेन फिर हो रहा है तक भी मेजबानी सीएम गहलोत ही करेंगे. इतना ही नहीं बल्कि सीएम गहलोत एकमात्र ऐसे मुख्यमंत्री हैं जिनके कार्यकाल के दौरान प्रदेश से जुड़े चार नेता देश के शीर्ष पदों पर पहुंचे।