● भारतीय श्रमजीवी पत्रकार संघ सहित देश भर के पत्रकारों ने प्रधानमंत्री से की थी मांग।

आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गाज़ियाबाद में हुयी पत्रकार की हत्या के बाद पहली बार किसी पत्रकार के लिये दस लाख रुपये मोअवज़ा और पत्नी के लिये सरकारी नौकरी की घोषणा की है।भारतीय श्रमजीवी पत्रकार संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय सिंह ने प्रधानमंत्री से न्यायसंगत कार्यवाई एवं परिजन के लिये मोअवज़ा की मांग की थी।
ज्ञात हो कि गाजियाबाद के विजयनगर थाना क्षेत्र की माता कॉलोनी में सोमवार देर रात स्कूटी सवार बदमाशों ने पत्रकार को गोली मार दी। सिर में गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हुए पत्रकार को यशोदा अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उनकी इलाज के क्रम में मृत्यु हो गयी।इस मामले में गाजियाबाद पुलिस ने मुख्य आरोपी समेत नौ लोगों को गिरफ्तार कर लिया है, वहीं चौकी इंचार्ज राघवेंद्र सस्पेंड कर दिए गए हैं।

गौरतलब है कि बीती रात सूचना पर एसएसपी कलानिधि नैथानी समेत जिले के तमाम अधिकारी मौके पर पहुंच गए। परिजनों का आरोप है कि पत्रकार की रिश्तेदारी में एक लड़की से छेड़छाड़ की शिकायत करने पर आरोपियों ने घटना को अंजाम दिया है। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है।दिवंगत पत्रकार विक्रम जोशी एक समाचार पत्र से जुड़े हैं। सोमवार रात वह माता कॉलोनी निवासी अपनी बहन के घर गए थे। रात करीब 10:30 बजे बहन के घर से निकलते समय तीन स्कूटी पर आए छह बदमाशों ने उन पर हमला बोल दिया।बताया जा रहा है कि एक बदमाश ने हत्या की नीयत से उन पर गोली चला दी। सिर में गोली लगने से विक्रम जोशी लहूलुहान होकर सड़क पर गिर पड़े। घटना को अंजाम देकर हमलावर मौके से फरार हो गए। घटना की जानकारी लगते ही पुलिस में हड़कंप मच गया। एसएसपी कलानिधि नैथानी, एसपी सिटी डॉ. मनीष मिश्र, सीओ फर्स्ट डॉ. राकेश मिश्र मौके पर पहुंचे और घटना की जानकारी ली।

– पुलिस की लापरवाही से हुई घटना

बताया जा रहा है कि विक्रम जोशी के रिश्ते में लगने वाली एक लड़की के साथ कुछ दिन पहले छेड़छाड़ की घटना हुई थी। इस संबंध में थाने में नामजद शिकायत की गई थी। आरोप है कि पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की, जबकि आरोपी पीड़ित पक्ष को लगातार धमकी दे रहे थे। परिजनों का कहना कि विक्रम जोशी पीड़ित परिवार की पैरवी कर रहे थे। इसी बात को लेकर तैश में आकर आरोपी ने घटना को अंजाम दे डाला।