– गुरु जम्भेश्वर विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय हिसार

ओम एक्सप्रेस न्यूज़- वरिष्ठ पत्रकार पृथ्वीसिंह बैनीवाल बिश्नोई
हिसार।गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय हिसार के ट्रेनिंग एंड प्लेसमैंट सैल के सौजन्य से कंप्यूटर साईंस एंड और इंजीनियरिंग विभाग के सहयोग से ‘क्लाउड कम्प्यूटिंग’ विषय पर एक वेबिनार का आयोजन किया गया। इस वेबिनार में 100 विद्यार्थियों व शिक्षकों ने भाग लिया।

जेसीई ऑस्ट्रेलिया से मास्टर इन आईटी मुकेश कुमार वेबिनार के मुख्य वक्ता थे। मुकेश कुमार का 14 साल का उद्योग का अनुभव है तथा वर्तमान में रैक स्पेस टेक्नोलॉजी में फैनेटिकल सपोर्ट मैनेजर के रूप में काम कर रहे हैं। पंडित दीनदयाल उपाध्याय इनोवेशन एंड इनक्यूबेशन सैंटर के निदेशक प्रो. धर्मेन्द्र कुमार वेबिनार के मुख्यातिथि थे। कंप्यूटर साईंस एंड इंजीनियरिंग विभाग के प्रो. धर्मेंद्र कुमार व प्लेसमैंट निदेशक प्रताप सिंह ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की।
मुख्यातिथि प्रो. धर्मेन्द्र कुमार ने विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि केंद्रीकृत कंप्यूटिंग तथा स्टोरेज से लेकर पर्सनल कंप्यूटर्स तक ओर वहां से आगे बढ़कर आईटी उद्योग क्लाउड कम्प्यूटिंग में प्रवेश कर चुका है। जहां उपयोगकर्ता खुद का हार्डवेयर ना होने पर भी किसी भी डेटा स्टोरेज या कंप्यूटिंग क्षमता की मांग कर सकते हैं। यह हमारे घरों में सैटेलाइट टीवी के टीवी चैनलों की तरह है। उन्होंने सभी छात्रों से वेबिनार से अधिक से अधिक सीखने की अपील की।

मुख्य वक्ता मुकेश कुमार ने पारंपरिक आईटी इंफ्रास्ट्रक्चर और क्लाउड कम्प्यूटिंग के बीच अंतर पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि अगर कोई पारंपरिक पद्धति से डेटा सेंटर स्थापित करने की सोचता है, तो उसे इनमें शामिल संसाधनों, नेटवर्क, ऑपरेटिंग सिस्टम, सॉफ्टवेयर्स, सुरक्षा चुनोतियों, परफोर्मेंस इश्यूज, समय और लागत का प्रबंधन करने जैसे बिजली की आपूर्ति, संसाधनों, जनशक्ति जैसे मुद्दों का सामना करना पड़ेगा। इसके विपरीत क्लाउड कंप्यूटिंग का उपयोग करके इन सभी चुनौतियों का समाधान किया जा सकता है। इसके कारण क्लाउड कंप्यूटिंग की मांग अधिक है तथा आईटी बाजार में क्लाउड विशेषज्ञों को बेहतर वेतन दिया जाता है। उन्होंने बताया कि तीन मुख्य शीर्ष क्लाउड विक्रेता अमेज़न, माइक्रोसॉफ्ट एज्यूर और गूगल हैं जिनकी बाजार में लगभग 60 प्रतिशत हिस्सेदारी है। ये कंपनियां मौजूदा महामारी के समय में भी अच्छा कर रही हैं। उन्होंने सार्वजनिक, निजी और हाइब्रिड तीन प्रकार के क्लाउडस के बारे में बताया। उन्होंने क्लाउड कम्प्यूटिंग के उपयोग के विभिन्न क्षेत्रों तथा इनमें कैरिअर के अवसरों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने विद्यार्थिर्यों द्वारा पूछे गए प्रश्नों के उत्तर भी दिए।
विभागाध्यक्ष प्रो. धर्मेन्द्र कुमार ने विद्यार्थियों को नवीनतम तकनीकों को सीखने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि इससे निश्चित रूप से विद्यार्थियों को रोजगार के अवसरों में फायदा होगा। प्लेसमैंट निदेशक प्रताप मलिक ने स्वागत सम्बोधन किया। सीएसई विभाग के ट्रेनिंग एंड प्लेसमैंट कोर्डिनेटर जयभगवान ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया। संचालन बीटेक सीएसई तृतीय वर्ष की छात्रा देवांशी ने किया।