बीकानेर।अणुव्रत समिति, गंगाशहर द्वारा आज तेरापंथ भवन, गंगाशहर के प्रांगण में अणुव्रत गीत महासंगान का मुख्य कार्यक्रम मुनि श्री श्रेयांश कुमार जी एवम मुनि श्री चैतन्य कुमार जी
“अमन “के सान्निध्य में आयोजित हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि लालेश्वर महादेव मंदिर, शिव बाड़ी मठ के के पीठाधीश संवित विमर्शानंद गिरी जी और महापौर श्रीमती सुशीला कंवर राजपुरोहित थी। मंगल मंत्रोच्चार से कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ , स्वागत वक्तव्य अध्यक्ष भंवर लाल सेठिया ने दिया।

अध्यक्ष भंवर लाल सेठिया ने बताया की केंद्रीय संस्था अणुव्रत विश्व भारती सोसायटी के तत्वावधान में आज देश और विदेश में अनेक स्थानों पर यह संगान हुआ है। गंगाशहर समिति द्वारा लगभग 122 स्थानों पर यह कार्यक्रम आज के दिवस आयोजित होगा , जिसमे लगभग 25000 से अधिक संख्या में सामाजिक, धार्मिक , शैक्षिक व्यक्तित्व और विद्यार्थीगण हिस्सा लेंगे। स्थानीय तेयुप विशेष रूप से सहयोगी रही। अन्य सभी स्थानीय संस्थाओं का भी सहयोग रहा।

मंत्री मनीष बाफना ने बताया की
मुनिश्री श्रेयांश कुमार जी ने बदले युग की धारा गीतिका का संगान किया, मुनि श्री चैतन्य कुमार जी ने कहा की ” मानवीय मूल्यों का विकास राष्ट्र निर्माण के लिए अपेक्षित है, इसलिए अणुव्रत को समझे क्योंकि अणुबम तो विनाशकारी है परअणुव्रत विकासकारी
है। अणुव्रत गीत के संगान का उद्देश्य यही संदेश देना है।”

मुख्य अतिथि विमर्शानंद गिरी जी ने कहा की ” मनुष्य योनि सर्वोत्तम है , इसीलिए आचरण से भी मनुष्य बनें। अणुव्रत के माध्यम से आचार्य तुलसी का दर्शन मानवता का पथ प्रशस्त करता है, इसीलिए इस दर्शन को अपनाने की आवश्यकता है।”

कार्यक्रम प्रभारी गिरिराज खेरिवाल ने बताया की “महापौर सुशीला कंवर राजपुरोहित ने उपस्थित छात्र छात्राओं को संबोधित करते हुवे कहा की बच्चे देश का भविष्य हैं, अणुव्रत के छोटे छोटे संकल्पों से इनके अच्छे भविष्य का निर्माण संभव है।”
राष्ट्रीय प्रचार प्रसार मंत्री धर्मेंद्र डाकलिया ने कहा की आज देश विदेश में 1 करोड़ से अधिक लोग अणुव्रत गीत का संगान करेंगे, आज से 75 वर्ष पूर्व 5 लोगों से शुरू हुवा यह अणुव्रत का चिंतन आज भी प्रासंगिक है।

संयोजक किशन बेद ने बताया की
कार्यक्रम में विभिन्न सस्थाओं की ओर से आचार्य तुलसी शांति प्रतिष्ठान अध्यक्ष हंसराजजी डागा, तेरापंथ न्यास के ट्रस्टी जतन जी दुग्गड,महासभा के कार्यकारिणी सदस्य भैरुदानजी सेठिया ,सभा के मंत्री रतन छल्लानी, महिला मंडल अध्यक्ष संजू लालानी, तेयुप अध्यक्ष अरुण नाहटा ने विचार व्यक्त किए।

कार्यक्रम के अंतिम चरण में मुख्य आयोजन नैतिकता की सुर सरिता में जन जन मन पावन हो बोल के गुरुदेव तुलसी द्वारा लिखित अणुव्रत गीत का संगान किया गया।
अतिथियों और विद्यालय प्रतिनिधियों का साहित्य भेंट कर और दुप्पटा पहनाकर स्वागत किया गया।
सभाध्यक्ष अमरचंद जी सोनी , नारायण चंद गुलगुलिया, माणक चंद सामसूखा, राजेंद्र नाहटा, शारदा डागा,अनुपम सेठिया, शिखरचंद डागा , मनोज जी सिंगला, सुमन जी विश्नोई, नंदकिशोर राजपुरोहित , जितेंद्र बालेचा आदि अनेक गणमान्य जनों की उपस्थिति रही।
कार्यक्रम को सफल बनाने में उपाध्यक्ष मनोज सेठिया, सहमंत्री मनोज छाजेड़,राजेश बेद, संगठन मंत्री मनोज जैन, प्रचार प्रसार मंत्री हेमराज गुलगुलिया,राजेंद्र पारख , मांगीलाल बोथरा, दिलीप सिरोहिया, कन्हैया लाल बोथरा, जतन लाल बेद, ताराचंद गुलगुलिया, धर्मचंद सोनी, पुखराज दुग्गड, अनिल बेद, कुशल बाफना, डालचंद बुच्चा ,मुकेश पारख़, रामकरण तंवर, मदन सियाग, राकेश बेद,अनूप छाजेड़,आदि का महत्वपूर्ण योगदान रहा।
आभार ज्ञापन प्रभारी गिरिराज खेरिवाल ने किया, कार्यक्रम का कुशल संचालन मंत्री मनीष बाफना ने किया।