Bikaner।मिलन गहलोत ने जिला कलेक्टर बताया कि ट्रीटमेंट प्लांट से फिल्टर होकर के करीब ढाई करोड़ लीटर पानी रोजाना गोचर के अंदर फैलता है जिसमें 1 किलोमीटर से अधिक गोचर भूमि खराब हो रही है नष्ट हो रही है इस पानी का सदुपयोग करने के लिए कुछ साधनों की जरूरत है प्रशासन व उपलब्ध करवाएं तो सुजानदेसर गोचर के अंदर अभी 10000 पेड़ लगाए जा सकते हैं इतनी बड़ी संख्या में पानी है और 64 सौ बीघा सुजानदेसर गोचर भूमि भी है तो यहां पर गायों के लिए हर मौसम में उपलब्ध होने वाली घास भी लगाई जा सकती है और बड़ी संख्या में पेड़ भी लगाए जा सकते हैं जिससे शहर में घूम रहे आवारा गोवंश के लिए रहने की सुविधा भी हो सकती है और घास और पानी भी गायों को मिल जाएगी कंपनी में रहेगी ना कि शहरों में गायों के कारण शहर के अंदर रोजाना दो चार एक्सीडेंट होते हैं और लंबे समय से यह धन हानि हो रही है इसका उपाय है कि गोचर में घास लगाई जाए बड़ी संख्या में पेड़ हो तो गोवंश गोचर छोड़कर कहीं नहीं जाएगा और गाय भी नहीं अन्य प्रजातियां पीस गोचर भूमि के अंदर विचरण कर रही है उनका भी जीना सुलभ हो जाएगा।

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