– इंडियन वेटरनरी एसोसिएशन के राष्ट्रीय सेमिनार का उपमुख्यमंत्री श्री तारकिशोर प्रसाद ने किया उद्घाटन।

पटना । अनमोल कुमार

इंडियन वेटरनरी एसोसिएशन के तत्वावधान में आयोजित राष्ट्रीय सेमिनार का उद्घाटन करते हुए बिहार के उपमुख्यमंत्री श्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि राज्य के बहुमुखी विकास एवं ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार सृजन हेतु पशुपालन, मछली पालन, दुग्ध उत्पादन, मुर्गी पालन, बकरी पालन आदि का महत्वपूर्ण योगदान है। इससे हमारा ग्रामीण समाज स्वावलंबी और स्वआश्रित भी बनता है।
उन्होंने कहा कि पशुओं के संवर्धन एवं संरक्षण हेतु उनके स्वास्थ्य की देखभाल की कई योजनाएं बिहार सरकार ने संचालित की हैं, जिससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने एवं ग्रामीण स्वरोजगार के सृजन में मदद मिली है। पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग के द्वारा पशुओं के स्वास्थ्य एवं बीमारियों की रोकथाम हेतु खुरहा और मुंह पका रोग, गला घोंटू, लंगड़ी बुखार जैसी बीमारियों से बचाने हेतु टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है। इसके अलावा पशुओं को कृत्रिम गर्भाधान और कृमिनाशन से पूर्ण रूप से आच्छादित करते हुए पशुपालकों को सरकार की विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित करने के ठोस इंतजाम सुनिश्चित किए गए हैं।उन्होंने कहा कि केन्द्र प्रायोजित राष्ट्रीय पशु स्वास्थ्य रोग नियंत्रण कार्यक्रम योजना एवं राष्ट्रीय पशु प्रबंधन कार्यक्रम की योजना का राज्य में समुचित रूप से क्रियान्वयन सुनिश्चित कराने की कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने बताया कि पशुधन विकास, दुग्ध उत्पादन, मछली पालन आदि के द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों की अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करने एवं गतिशील बनाने हेतु वर्तमान वित्तीय वर्ष में विगत वर्ष की तुलना में लगभग साढ़े 32 प्रतिशत अधिक राशि प्रावधान है।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार सरकार पशुपालकों के जीवन में खुशहाली और समृद्धि के लिए प्रतिबद्ध है एवं उनकी आए में वृद्धि हेतु तत्परता से प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग के तहत 624 पशु चिकित्सकों की नियुक्ति के लिए बिहार तकनीकी सेवा आयोग के द्वारा कार्रवाई प्रक्रियाधीन है, शीघ्र ही पशु चिकित्सकों की नियुक्ति होगी।

बिहार वेटरनरी कॉलेज के सभागार में आयोजित उक्त राष्ट्रीय सेमिनार में इंडियन वेटरनरी एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ .जितेंद्र प्रसाद, भारत सरकार के पशुपालन आयुक्त डॉ. प्रवीण मलिक, सिक्किम के पशुपालन सचिव डॉक्टर सांगी दोरजी, बिहार पशुपालन विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. रामेश्वर सिंह, प्रेसिडेंट, डॉ. चिरंतन कादयान, महासचिव डॉ० कविता राऊत, कोषाध्यक्ष डॉ. सुधांशु कुमार, मध्यप्रदेश से आईं डॉ. बबीता त्रिपाठी, डॉ. रमण, डॉ. चंद्रशेखरण, डॉ. प्रेमशंकर, डॉ. दिवाकर प्रसाद, डॉ. पल्लवी सिन्हा सहित देश के विभिन्न राज्यों से आए वैज्ञानिक और पशु चिकित्सकगण, वेटरनरी के विद्यार्थी उपस्थित थे।