जयपुर । युवा फिल्मकार अरविंद चौधरी की डॉक्यूमेंट्री फिल्म एक गांव दिशा की ओर का हाल ही में 5 वें चित्र भारती फिल्म फेस्टिवल में चयन हुआ है। यह फिल्म रोहतक के एक गांव के ग्रामीण परिवेश पर आधारित है, जो गांव के विकास पर बात करती है। इसमें बताया गया है कि गांव को शिक्षा, खेल-कूद, स्वास्थ्य, रोजगार आदि में विकसित किया जा सकता है । फिल्म की पूरी टीम पंडित लखमीचंद सुपवा रोहतक से है। अरविन्द ने इस फिल्म का शोध व निर्देशन किया है। उल्लेखनीय है कि जिले के इस युवा फिल्मकार कि लघु फिल्म हाथ रपिया भी राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विख्यात हुई थी। अरविन्द चौधरी मुल रूप से भावठडी़ निवासी है व शिक्षा पिलानी से हुई है ओर वर्तमान में सुपवा रोहतक के फिल्म विभाग में अंतिम वर्ष में हैं जिसके वर्तमान वीसी गजेन्द्र चौहान है।
फेस्टिवल के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि यह राष्ट्रीय स्तर का फिल्म आयोजन है, जो इस बार चंडीगढ़ पंचकुला 23 से 25 फरवरी में होने जा रहा है। फेस्टिवल में कुल 700 फिल्मों को लिस्टिंग किया गया। जिनमें 135 का सलेक्शन हुआ है। इसमें एक गांव दिशा की ओर भी शामिल है ।
बता दें कि अरविन्द चौधरी का जन्म झुंझुनूं जिले में भावठडी़ गांव में सामान्य किसान परिवार में हुआ है। पिता अशोक कुमार ओला अध्यापक व माता मुनि देवी गृहणी है
वहीं शिक्षा दीक्षा पिलानी शहर में हुई है। सिनेमा कि शिक्षा चंडीगड आरंभ कि ओर वर्तमान में उतर भारत के अनोखे विश्व विद्यालय पंडित लखमी चंद सुपवा रोहतक हरियाणा में फिल्म विभाग में अंतिम वर्ष में है। बकौल अरविंद मेरी कोशिश राजस्थानी सिनेमा को खड़ा करना है।