जयपुर ।जनसंख्या समाधान फाउंडेशन जनसंख्या नियंत्रण कानून की मांग को लेकर देशभर में आंदोलन कर रहा है राजस्थान में बड़े स्तर पर आंदोलन की रूपरेखा तैयार करने के लिए राजस्थान के सभी 33 जिलों पर प्रदेश अध्यक्ष नारायण राम चौधरी कार्यकर्ता सम्मेलन करने जा रहे हैं इसकी शुरुआत सोमवार को परशुराम जन उपयोगी भवन रजत पथ मानसरोवर दोपहर 2:00 बजे कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।।

–कार्यक्रमों की रूप रेखा इस प्रकार है
6 तारीख को सीकर, 7 तारीख को झुंझुनू 8 तारीख को अलवर, 9 तारीख को जयपुर ग्रामीण, 13 अप्रैल को धौलपुर, 14 अप्रैल को करौली, 15 अप्रैल सवाई माधोपुर 16 अप्रैल टोंक, 19 अप्रैल अजमेर, 20 अप्रैल भीलवाड़ा, 21 अप्रैल नागौर, 22 अप्रैल दौसा ,26 अप्रैल कोटा शहर, 27 अप्रैल कोटा ग्रामीण, 28 अप्रैल बूंदी, 29 अप्रैल बारा, 30 अप्रैल झालावाड़, 3 मई जोधपुर शहर, 4 मई जोधपुर ग्रामीण, 5 मई जालौर, 6 मई पाली, 10 मई जैसलमेर, 8 मई बाड़मेर, 11 मई सिरोही 12 मई उदयपुर, 13 मई राजसमंद ,14 मई डूंगरपुर, 15 मई बांसवाड़ा, 16 मई चित्तौड़, 17 मई प्रतापगढ़, 18 मई बीकानेर ,19 मई गंगानगर, 20 मई हनुमानगढ़, 21 मई चूरू, मैं जनसंख्या नियंत्रण कानून की मांग को लेकर जिला स्तर पर कार्यकर्ता सम्मेलन प्रेस कॉन्फ्रेंस, रैली एवं कलेक्टर को ज्ञापन दिया जाएगा।

इस दौरान फाउंडेशन के संरक्षक ज्ञानदेव आहूजा प्रदेश संयोजक सुमन शर्मा प्रदेश महासचिव प्रवीण यादव संत परिषद के बालमुकुंद आचार्य, पंचायत राज प्रकोष्ठ के जयराम पलसानिया, युवा मोर्चा के दुष्यंत तोमर एवं संबंधित संभाग के प्रभारी प्रदेश अध्यक्ष के साथ में रहेंगे कार्यकर्ता सम्मेलन के बाद राजस्थान में बड़े स्तर पर रथ यात्रा एवं जनसभा का आयोजन किया जाएगा जिसमें फाउंडेशन के मुख्य संरक्षक संघ प्रचारक माननीय इंद्रेश कुमार केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल चौधरी राष्ट्रीय संयोजक ममता सहगल जनसभा को संबोधित करेंगे सभी जिला स्तरों पर जनसभा करने के बाद जयपुर में तीन लाख लोगों की बड़ी जनसभा कर एक रैली जयपुर से दिल्ली के जंतर मंतर तक यात्रा की जाएगी एवं जंतर मंतर पर धरना दिया जाएगा
जनसभा की एवं धरने की रूपरेखा कार्यकर्ता सम्मेलन में तय की जाएगी।

आज देश में सभी समस्याओं की जड़ बढ़ती हुई जनसंख्या है देश आजाद हुआ तब 40 करोड़ जनसंख्या थी आज हम 140 करोड़ के करीब हैं अगले 70 साल में हम करीब 600 करोड़ के आसपास होंगे जनसंख्या को शीघ्र नियंत्रण में नहीं किया गया तो हमारे देश के संसाधन कम पड़ जाएंगे बेरोजगारी भुखमरी भ्रष्टाचार और देश में गृह युद्ध के हालात पैदा हो जाएंगे इसलिए समय की मांग है की जनसंख्या नियंत्रण कानून हमारे देश में तुरंत लागू हो।