– कोरोना-महामारी के दौरान जन-जागरूकता कार्य में
बीकानेर 25 अगस्त। ‘‘कोविड-19 कोराना वैश्विक महामारी के विकट दौर में बीकानेर जिले की कच्ची बस्तियों एवं सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में आमजन को कोरोना से बचाव के तरीकों और आवश्यक सावधानियों के प्रति आमजन को जागरूक करने के लिए जन शिक्षण संस्थान,बीकानेर द्वारा किए गए कार्य सराहनीय हैं। ’’ ये उद्बोधन सम्मानीया मंजु नैण गोदारा, महाप्रबंधक, जिला उद्योग केन्द्र, बीकानेर ने कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय, भारत सरकार के सौजन्य से संचालित जन शिक्षण संस्थान, बीकानेर द्वारा दिनांक 25 अगस्त, 2020 को स्थानीय स्वर्ण जयंति सभागार मंे आयोजित सात दिवसीय ‘कोरोना जन-जागरूकता’ प्रदर्शनी के शुभारंभ अवसर पर व्यक्त किए।
मुख्य अतिथि मंजु गोदारा ने कहा कि देश पर आई इस कोरानो विपत्ती के दौर में हाथ का हुनर ही हमारी आत्मनिर्भरता का मुख्य आधार बन सकता है। इसके साथ ही उन्होंने स्वरोजगार स्थापना के लिए जिला उद्योग केन्द्र द्वारा संचालित मुख्यमंत्री लघु उद्योग प्रोत्साहन योजना, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना आदि की जानकारियांे से संभागियों को स्वरोजगार स्थापना के प्रति मुखर होने की बात कही।
विशिष्ट अतिथि जिला सूचना एवं जनसंपर्क कार्यालय के उपनिदेशक श्री विकास हर्ष ने कहा कि कोरोना महामारी के प्रति जिला स्तर पर विभिन्न संगठनों एवं विभिन्न सामुदायिक संगठनों द्वारा विकट परिस्थितियों में सतत प्रयास किए गए – जिसका ही परिणाम है कि आमजन कोरोना के संक्रमण से बचाव के प्रति सजग हुआ है-सचेत हुआ है। इसके साथ ही उन्होंने बीकानेर जिले में कोरोना को लेकर जन संपर्क कार्यालय के माध्यम से समाचार पत्रों, होर्डिंग्स, आॅटो संचार, सोशियल मीडिया आदि के साथ इस कार्य में आमजन की सहभागिता को महत्वपूर्ण बताया।
इस अवसर पर समिति के मानद सचिव डाॅ.ओम कुवेरा ने कहा कि कोरोना ने हमें यह सीखा दिया है कि परिस्थिति कितनी भी विकट हो कुशल प्रबंधन और सुदृढ़ नियोजन से हम अपने लक्ष्य को पा सकते हैं।
संस्थान के उपाध्यक्ष एडवोकेट गिरिराज मोहता ने कहा कि कोरोना महामारी से बचाव के तरीकों एवं आवश्यक सावधानियों को हमें अपने दैनिक जीवनचर्याओं में शामिल करना होगा।
आगंतुकों का स्वागत करते हुए संस्थान के प्रभारी निदेशक ओमप्रकाश सुथार ने बताया कि इस सात दिवसीय कोरोना जन-जागरूकता प्रदर्शनी के माध्यम से आमजन के लिए कोरोना संक्रमण से बचाव के तरीके एवं आवश्यक सावधानियों की जानकारी, कोरोना सूचना एवं प्रबंधन से संबंधित संदर्भ सामग्री और आत्मनिर्भरता के लिए मार्गदर्शन उपलब्ध हो सकेगा। इसी क्रम में उन्होंने संस्थान द्वारा पिछले 5 महिनों संस्थान द्वारा संपन्न कार्य-गतिविधियों यथा: कच्ची बस्तियों एवं ग्रामीण क्षेत्रों में जरूरतमंद लोगों को निःशुल्क मास्क एवं हैण्ड सैनेटाइजर वितरण करने, कोरोना योद्धाओं का सम्मान करने और आत्मनिर्भर भारत के तहत सैनेटाइजर बनाने, डिटर्जेंट पाउडर-केक बनाने, हर्बल शैम्पू बनाने, राखी बनाने आदि स्वरोजगार पर विभिन्न लघु प्रशिक्षणों की जानकारी से भी सदन को अवगत कराया।
इस महत्ती आयोजन में संस्थान के प्रबंध मंडल के सम्मानीय सदस्यों की ओर से डाॅ. संगीता पुरोहित, वरिष्ठ प्रवक्ता भवानी प्रकाश, एडवोकेट भागीरथ कालवा, सहित संस्थान परिवार के तलत रियाज, उमाशंकर आचार्य सहित संस्थान परिवार की वहिदा खातून, रोशन परवीन,मीना तंवर, खुश्बू सोलंकी सहित विभिन्न प्रशिक्षुओं की सक्रिय सहभागिता रही।
कार्यक्रम के अंत में संस्थान के कार्यक्रम अधिकारी महेश उपाध्याय ने कोरोना जागरूकता को लेकर स्वरचित राजस्थानी कविता के माध्यम से आगंतुकों के प्रति आभार व्यक्त किया।