ओम एक्सप्रेस-जयपुर: राजधानी में बढ़ते वाहन चोरी के मामलों को लेकर जयपुर पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है. जयपुर वेस्ट पुलिस ने कार्रवाई को अंजाम देते हुए 5 शातिर वाहन चोरों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से चोरी किए लग्जरी वाहन बरामद किए हैं.।

राजधानी में वाहन चोरी की बढ़ती वारदातों को लेकर जयपुर पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. शहर की मुरलीपुरा थाना पुलिस और सीएसटी टीम ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए 5 अंतरराज्जीय वाहन चोरों को गिरफ्तार किया है. पुलिस गिरफ्त में आए वाहन चोर श्याम सिंह, भानूप्रताप सिंह, भानू सिंह, हेमंत सिंह और हकीमुद्दी है. पुलिस ने इस अंतरराज्जीय वाहन चोर गिरोह से चोरी किए गए करीब डेढ़ दर्जन दुपहिया और चौपहिया वाहन भी बरामद किए हैं।

दरअसल शहर हर महिने राजधानी से करोड़ों रूपयों के वाहन चोरी हो रहे हैं और पुलिस गश्त व्यवस्था पुख्ता होने के लाख दावें करती नजर आ रही है. पुलिस गश्त को धत्ता बताते हुए ये शातिर बदमाश शहर में हर रोज वाहन चोरी की वारदातों को अंजाम दे रहे हैं. वाहन चोरों पर नकेल कसने के लिए गठित विशेष टीम ने सुराग जुटाते हुए इस गिरोह का पर्दाफाश किया है।

पुलिस की माने तो मौज — मस्ती के लिए ये बदमाश राजस्थान के अलावा दिल्ली, हरियाणा, उत्तरप्रदेश सहित अन्य राज्यों से वाहन चोरी कर रहे थे. ये गिरोह अन्य राज्यों से लग्जरी वाहन चुराकर राजस्थान लाते थे. जिसके बाद एक्सीडेंट में लोस वाहनों के इंजन और चेसिस नंबर से चुराए गए वाहनों पर लगा देते थे. फिर लोगों को महंगे दामों पर फाइनेंस के वाहन बताकर बेच देते थे।

पुलिस गिरफ्त में आए इन वाहन चोरों से अब तक करीब तीन दर्जन वाहन चोरी की वारदातों की जानकारी सामने आई है. यह गिरोह लैपटॉप के जरिए वाहन के इलेक्ट्रॉनिक लॉक तोड़कर केवल लग्जरी वाहन ही चुरी करता है. पुलिस की माने तो इस गिरोह का सरगना श्याम प्रताप सिंह और दिल्ली निवासी सारिक है. फरार सारिक के खिलाफ करीब 70 आपराधिक मामले दर्ज है. वहीं, गिरोह में शामिल भवानी सिंह प्रॉपर्टी कारोबारी है. पुलिस ने भवानी के घर से कई सोसाइटियों के फर्जी दस्तावेज भी बरामद किए है. फिलहाल पुलिस इस गिरोह के सरगान सारिक की तलाश कर रही है।

शहर में बढ़ती वाहन चोरी को लेकर भले ही पुलिस गश्त व्यवस्था मजबूत करने के लाख दावें करती हो, लेकिन सच्चाई यह है कि हर महिने अकेले राजधानी से ही करोड़ों रूपयों के वाहन चोरी हो रहे हैं और अन्य राज्यों से चोरी किए वाहन भी शहर में बेचे जा रहे हैं. ऐसे में माना जा रहा है कि पुलिस गिरफ्त में आए इन वाहन चोरों से पूछताछ में कई और वारदातों का खुलासा हो सकता है।