– आर्दश जाट महासभा की ओर से चलाया जायेगा जागरूकता अभियान
बीकानेर ( ओम एक्सप्रेस)। जाट समाज में फैली कुरूतियों और युवाओं को नशा मुक्त बनाने समेत पर्यावरण संरक्षण के चलाये जाने वाले राष्ट्रव्यापी अभियान की रूपरेखा तैयार करने के लिये मंगलवार को यहां महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयकिशन भारी की अध्यक्षता में हुई मिटिंग में अनेक मुद्दो पर मंथन किया गया। महासभा के शिववैली स्थित कार्यालय सभागार में हुई इस मिटिंग में शामिल हुए समाज के युवाओं ने भी अपने विचार वक्त किये। यह जानकारी देते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष जयकिशन भारी ने बताया कि जाट समाज में व्याप्त मृत्युभोज,दहेज प्रथा समेत अनेक सामाजिक बुराईयों के खिलाफ देश प्रदेश में शहर से लेकर गांव ढाणी तक जागरूकता अभियान चलाया जायेगा। अभियान में समाज के युवाओं और महिलाओं को शािमल किया जायेगा। मिटिंग में महासभा के बीकानेर जिलाध्यक्ष रामदेव कस्ंवा ने अपने विचार वक्त करते हुए कहा कि जाट समाज को कुरूतियों से मुक्त करने के लिये समाज के मौजिज लोगों व युवाओं अपनी भागीदारी निभानी चाहिए । वहीं महासभा के प्रदेश सचिव शंकरलाल सारण ने समाज के युवाओं को नशे से दूर रहने और शिक्षा को बढावा देने के साथ युवाओं में कला कौशल बढाने का आव्हान किया। मिटिंग में प्रदेश संगठन मंत्री बीरबल मूण्ड ने चिंता जताई कि आज समाज मे विवाहित रिस्ते होने में बहुत कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है उसके लिए जाट समाज को हर एक जिले में मैरिज व्योरौ खोलने की जरूरत है जिसमें समाज के विवाह योग्य बच्चे बच्चियों व परिवारजनों के बायोडेटा लेकर एक प्लेफॉर्म तैयार किया जाए जिससे रिश्ता ढूंढऩे में आसानी रहे । सामाजिक कार्यकर्ता श्री शीशपाल मोटसरा ने समाज के युवाओं को खेल के प्रति जागरूक होने की सलाह दी कि आज राज्य सरकार ने राष्ट्रीयस्तर के खिलाडिय़ों को खेल कोटे से नोकरियाँ देने का ऐलान किया है उसका फायदा समाज के युवाओं को उठाना चाहिए। इस मौके पर रघुनाथ बेनीवाल,धर्मपाल ज्याणी,श्रवण भांभू समेत अनेक प्रबुद्धजनों ने अपने विचार रखे।

-;बीजेपी प्रवक्ता की टिप्पणी पर जताया रोष
आर्दश जाट महासभा कार्यकारिणी की मिटिंग में राजनैतिक मुद्दो पर मंथन के दौरान केन्द्रीय मंत्री मंडल में जाट समाज की अनदेखी करने तथा बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया द्वारा बीते दिनों कांग्रेस के वरिष्ठ नेता स्व.शीशराम ओळा को लेकर की गई अपमानजनक टिप्पणी पर रोष जाहिर करते हुए निंदा प्रस्ताव पारित किया। महासभा के प्रतिनिधियों ने कहा कि जाट समाज के राजनेताओं और विभूतियों के खिलाफ किसी प्रकार अपमानजक टिप्पणी बर्दाश्त नहीं की जायेगी।