बीकानेर, 27 नवम्बर। जिले में बेमौसम बरसात, ओलावृष्टि और टिड्टी से किसानों की फसलों को हुए नुकसान का आकंलन करने के लिए गुरूवार से प्रत्येक ग्राम पंचायत मुख्यालय स्थित राजीव गांधी सेवा केन्द्र में प्रभावित किसानों से आवेदन लिए जायेंगे। किसानों को बीमा कम्पनी से बीमा क्लेम के लिए चक्कर नहीं लगाना पडे़गा। जिला कलक्टर ने बताया कि वर्तमान व्यवस्था के तहत काश्तकारों को अपनी फसल के नुकसान पर संबंधित पटवारी गिरदावर, कृषि पर्यवेक्षक सहित बीमा कंपनी के यहां जाना पड़ता नई व्यवस्था के तहत अब काश्तकारों की ग्राम पंचायत पर संबंधित कर्मचारी पहुंचकर इनसे आवेदन लेंगे। इस तरह ग्रामीणों को अलग-अलग स्थानों पर आवेदन करने के लिए जाना नहीं पड़ेगा। किसानों को एक ही जगह सभी अधिकारी उपलब्ध होंगे। इससे किसानों को उसके फसल के नुकसान का बीमा का मुआवजा मिलना आसान होगा।
जिला कलक्टर कुमार पाल गौतम ने बताया कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत जिले के किसानों को लाभ दिलाने के लिए प्रत्येक ग्राम पंचायत के लिए एक टीम बनाई गई है। इसमें राजस्व पटवारी, गिरदावर, कृषि पर्यवेक्षक को शामिल किया गया है। यह टीम आगामी तीन दिनों में बिमित किसानों से फसल खराबे का आवेदन प्राप्त करेंगी। उन्होंने बताया कि किसानों को 30 नवम्बर तक राजीव गांधी सेवा केन्द्र में आवेदन प्रस्तुत कर सकेंगे। प्रत्येक टीम प्रतिदिन 3 ग्राम पंचायतों को कवर करेंगी। किसान अपनी तहसील कार्यालय से भी इस संबंध में जानकारी ले सकते हैं। उन्होंने बताया कि यह टीम आवेदन लेने के साथ ही मौके पर जाकर फसल खराबे की रिपोर्ट तैयार करेंगी।
गौतम ने बताया कि जिले की ग्राम पंचायत मुख्यायल पर स्थित राजीव गांधी सेवा केन्द्र में सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक टीम के सदस्य उपस्थित रहेंगे। इस टीम के खेतों में भ्रमण के दौरान एक सदस्य राजीव गांधी सेवा केन्द्र में आवश्यक रूप से उपस्थित रहेगा। उन्होंने बताया कि इस संबंध में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में अधिकृत बीमा कम्पनी के प्रतिनिधियों को मौके पर मौजूद रहने के लिए निर्देशित किया गया है। उन्होंने बताया कि फसल खराबा का आंकलन करने के लिए उपखण्ड अधिकारी आईएएस रिया केजरीवाल को नोडल अधिकारी बनाया गया है। उन्होंने बताया कि अगर कोई किसान उक्त तीन दिनों में आवेदन जमा करवाने से वंचित रहता है तो वह अपना आवेदन उपनिदेशक (कृषि) कार्यालय में प्रस्तुत कर सकता है। —–