बीकानेर, । जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने मंगलवार को बीछवाल में निर्माणाधीन मरुधरा बायोलॉजिकल पार्क का अवलोकन किया।
उन्होंने यहां चल रहे कार्यों का निरीक्षण किया तथा इनमें और अधिक गति लाने के निर्देश दिए। बायोलॉजिकल पार्क में अब तक चिंकारा, काला हिरण, तेंदुआ, शेर और बाघ के लिए पांच पिंजरों का निर्माण लगभग पूर्ण हो गया है। जिला कलक्टर ने सेंट्रल जू अथॉरिटी से विभिन्न मानकों के आधार पर स्वीकृति प्रक्रिया की जानकारी ली तथा इसकी वर्तमान स्थिति के बारे में जाना। उन्होंने स्वीकृत पांच अन्य पिंजरों का निर्माण शीघ्र शुरू करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यहां पानी, पौधारोपण, चारदीवारी, तारबंदी सहित पार्क के समुचित विकास की रूपरेखा पर चर्चा की। हनुमानगढ़ से लाए तथा यहां वैज्ञानिक तरीके से पुनः लगाए गए बरगद के पेड़ का अवलोकन किया तथा इसके बेहतर देखभाल के निर्देश दिए।
औद्योगिक क्षेत्र होगा अतिक्रमण मुक्त
जिला कलक्टर ने करणी औद्योगिक क्षेत्र में प्रस्तावित सीईटीपी स्थल का अवलोकन किया तथा विभिन्न औद्योगिक इकाइयों से यहां आ रहे अपशिष्ट पानी के निकासी की वैकल्पिक व्यवस्था करने के निर्देश दिए। उन्होंने यहां हुए अतिक्रमणों पर नाराजगी जताई तथा रीको के अधिकारियों को शीघ्र सर्वे करते हुए, सभी अतिक्रमण को चिन्हित करने तथा क्षेत्र को अतिक्रमण मुक्त करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यह कार्य सर्वोच्च प्राथमिकता से किया जाए।
इन्दिरा रसोई का किया निरीक्षण
जिला कलक्टर ने बीछवाल औद्योगिक संघ कार्यालय में उद्यमियों से चर्चा की तथा औद्योगिक विकास की संभावनाओं के बारे में जाना। उन्होंने यहां संचालित इंदिरा रसोई का औचक निरीक्षण भी किया तथा भोजन की गुणवत्ता के बारे की जानकारी ली और लाभार्थियों से व्यवस्था संबंधित फीडबैक लिया। उन्होंने कहा कि यहां साफ-सफाई और हाइजीन व्यवस्था का विशेष ध्यान रखा जाए।
आरओबी निर्माण की जानी प्रगति
जिला कलक्टर ने लालगढ़ क्षेत्र में निर्माणाधीन रेलवे ओवर ब्रिज का अवलोकन किया तथा कार्य में गति लाने के निर्देश दिए। इस ओवर ब्रिज के लिए 82.10 करोड रुपए स्वीकृत किए गए हैं। आरएसआरडीसी द्वारा रेलवे के भाग के अलावा लगभग 70ः कार्य पूर्ण कर दिया गया है। उन्होंने गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखने के लिए निर्देशित किया।
इस दौरान जिला उद्योग एवं वाणिज्य केंद्र की महाप्रबंधक मंजू नैण गोदारा, उप वन संरक्षक (वन्यजीव) डॉ सुनील कुमार गौड़, रीको के क्षेत्रीय प्रबंधक शैलेंद्र गुप्ता, आरएसआरडीसी के परियोजना निदेशक सुरेंद्र राठौड़, परियोजना अधिकारी निखिल मिश्रा तथा रीको के अधिकारी साथ रहे।