– पोस्ट कोविड आईसीयू वार्ड का हुआ उद्घाटन
संत पदमाराम कुलरिया परिवार ने वार्ड में उपलब्ध कराएं संसाधन

बीकानेर, 24 सितम्बर। जिला कलक्टर नमित मेहता ने गुरुवार को पीबीएम अस्पताल में पोस्ट कोविड आईसीयू वार्ड का विधिवत् उद्घाटन किया। इस वार्ड में 20 मरीजों के उपचार की व्यवस्था की गई है। यहां ऐसे मरीजों को शिफ्ट किया जाएगा जो कोरोना पॉजिटिव रहते हुए सुपर स्पेशलिटी सेंटर में उपचाराधीन थे, मगर कोविड नेगेटिव होने के बाद भी उन्हें आईसीयू की जरूरत रहती है, ऐसे रोगियों को इस वार्ड में शिफ्ट किया जाएगा। संत पदमाराम कुलरिया परिवार की ओर से पोस्ट कोविड वार्ड में आधारभूत सुविधाएं जिनमें बेड सहित अन्य उपकरण शामिल है, उपलब्ध करवाए गए।
जिला कलक्टर, प्राचार्य सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज डॉ. एस.एस. राठौड़, अधीक्षक पीबीएम डॉ. मोहम्मद सलीम सहित वरिष्ठ चिकित्सकों ने आईसीयू वार्ड का फीता काटकर शुभारंभ किया।
जिला कलक्टर ने कहा कि राज्य सरकार और चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोरोना गाइडलाइन के तहत इस आईसीयू वार्ड की स्थापना की गई है। इस कार्य में अस्पताल के साथ-साथ कुलरिया परिवार ने सहयोग देकर इस नेक कार्य में प्रशासन और चिकित्सा विभाग का सहयोग किया, इसके लिए संत कुलरिया परिवार साधुवाद का पात्र हैं। उद्घाटन अवसर पर जिला कलक्टर सहित डॉ.राठौड़, डॉ. मोहम्मद सलीम, डॉ. एल.ए. गौरी, डॉ. संजय कोचर और डॉ. रोहिताश कुलरिया ने संत पदमाराम का शॉल ओढ़ाकर तथा श्रीफल देकर सम्मान किया। जिला कलक्टर ने बुधवार को ही इस आईसीयू वार्ड को प्रारंभ करने के निर्देश अधीक्षक पीबीएम को दिए थे।

– सुपर स्पेशलिटी सेंटर को देखा
जिला कलक्टर मेहता ने गुरुवार को सुपर स्पेशलिटी सेंटर में बने वाॅर रूम को देखा तथा यहां लगे टेलीफोन नंबर पर आने वाली विभिन्न शिकायतों और उनके निराकरण की संपूर्ण व्यवस्थाओं की जानकारी ली। उन्होंने रजिस्टर में दर्ज प्रकरणों को देखा और अधीक्षक से कहा कि भविष्य में जब भी वाॅर रूम पर कोई टेलीफोन आए और उसकी सूचना रखते हुए समस्याओं का निस्तारण किया जाए। प्रकरण दर्ज करते वक्त प्रार्थी नाम भी लिखा जाए। उन्होंने कहा कि वाॅर रूम में प्रशासनिक अधिकारी, मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा विभाग के अधिकारी के साथ साथ एस.पी. मेडिकल कॉलेज का एक चिकित्सक और अन्य कर्मचारी 24 घंटे कार्यरत रहे। उन्होंने कहा कि सुपर स्पेशलिटी सेंटर में भर्ती मरीजों को भोजन उपलब्ध करवाने, परिजनों को मिलाने और कोई परिजन यहां आता है और वह अपने भर्ती परिजन से टेलीफोन से बात करना चाहता है, तो उसकी बात करवाई जाए।

– नूतन व्यवस्था में 47 व्यक्ति मिले
सुपर स्पेशलिटी सेंटर में गत 4 दिनों से नूतन व्यवस्था के तहत अब यहां भर्ती रोगी से उसके परिजन वार्ड में जाकर मिल सकते हैं। इसके लिए उन्हें 50 रूपये के स्टांप पेपर पर लिख कर देना होता है कि वह अपनी रिस्क पर रोगी से मिल रहे हैं और अगर स्वास्थ्य को लेकर कुछ हुआ तो वे स्वयं जिम्मेदार होंगे तथा परिजन को सुपर स्पेशलिटी सेंटर के वार्ड में जाने से पूर्व पीपीई किट भी पहनना होता है, जिसका खर्चा वह स्वयं वहन करेंगे। जिला कलक्टर ने इस व्यवस्था के तहत अब तक रोगी से मिले परिजनों द्वारा प्रस्तुत स्टांप पेपर और संधारित रजिस्टर को भी देखा। जिला कलक्टर ने अधीक्षक डॉ मोहम्मद सलीम को 21 सितम्बर को यह व्यवस्था करने के निर्देश दिए थे। इस व्यवस्था के बाद अब तक 47 परिजन सभी औपचारिकता पूर्ण कर कोविड वार्ड में भर्ती अपने रिश्तेदार से मिल चुके है।
मरीजो की सुविधा के लिए वाॅर रूम के नम्बर जारी
वाॅर रूम- अधीक्षक पीबीएम अस्पताल डाॅ. मोहम्मद सलीम ने बताया कि वाॅर रूम के नम्बर 0151-2242400 है,जिस पर भर्ती रोगी से सम्पर्क करने के लिए बात कर सकता है। वाॅर रूम में 24 घंटे जिम्मेदार अधिकार नियुक्त किए गए है, जो कि रोगी के परिजनों से बात कर उनकी समस्याओं का समाधान करवाने का प्रयास करता है।
ए.डी.एम(सिटी) करेगी औचक निरीक्षण
निरीक्षण के दौरान अतिरिक्त जिला कलक्टर (शहर) सुनीता चैधरी भी मौजूद रही। मेहता ने उनसे कहा कि वे दिन में कम से कम 3 बार स्पेशलिटी सेन्टर और वाॅर रूम का औचक निरीक्षण करे तथा वहां मौजूद उपस्थित अधिकारियों की जानकारी ले और दर्ज शिकायतों तथा उनके निस्तारण का फीडबैक लेवे।
निरीक्षण के दौरान डाॅ. जितेन्द्र आचार्य भी मौजूद रहे तथा उन्होंने वहां की व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी दी।

– शिकायत की जांच के आदेश, जांच करने पर निकली झूठी
जिला कलक्टर मेहता जब सुपर स्पेशलिटी सेंटर का निरीक्षण करके निकल रहे थे तो मुख्य द्वार पर ही उनकी गाड़ी को हाथ देकर एक सज्जन ने रोका और कहा की वह नागौर से आया है तथा उसका परिजन यहा भर्ती था और उसकी मृत्यु 40 घंटे पूर्व ही हो गई थी मगर हमें अब तक कोई सूचना नहीं दी गई है। जिला कलेक्टर गाड़ी से उतरे और उन्होंने अधीक्षक पीबीएम डॉक्टर मोहम्मद सलीम से कहा कि संपूर्ण जानकारी ले कर मुझे बताएं। इस दौरान वहां उपस्थित प्रेस के रिपोर्टर भी थे। मेहता ने प्रेस रिपोर्टर की ओर मुखातिब होकर कहा कि आप भी देखें और साथ चल रहे उप निदेशक जनसंपर्क विकास हर्ष से कहा कि अधीक्षक के साथ मीडिया कर्मियों को भी ले जाएं और संपूर्ण व्यवस्थाओं को देखें कि क्या वाकई 40 घंटे से मृतक का शव परिजनों को सुपुर्द नहीं किया गया है। अधीक्षक द्वारा जब संपूर्ण जानकारी ली गई तो पता चला की शिकायत करने वाले व्यक्ति के परिजन की मृत्यु गुरुवार 11 बजे हुई थी इस पर जब जानकारी दी गई तो शिकायतकर्ता ने अधीक्षक से माफी मांगते हुए कहा कि मेरे पास गलत सूचना थी आपको हुई परेशानी के लिए मैं क्षमा प्रार्थी हूं।