

झुंझनू,(दिनेश शर्मा “अधिकारी”)। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, झुंझुनूं व तालुका विधिक सेवा समितियों के संयुक्त तत्वावधान में आज विश्व स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर विभिन्न जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव न्यायाधीश श्रीमती दीक्षा सूद ने बताया कि इस अवसर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा जिला कारागृह, राजकीय संप्रेषण एवं बाल गृह में स्वास्थ्य के विषय पर विशेष कार्यक्रमों का आयोजन किया। इसमें बंदियों, विधि से संघर्षरत बालकों को स्वयं की शारीरिक व मानसिक स्वच्छता, आस-पास की स्वच्छता के महत्व को बताते हुए यह आह्वान करते हुए कहा कि कोविड-19 के इस दौर में आवश्यक है कि हम स्वच्छता का महत्व समझे और स्वयं और अपने आस-पास के समाज को स्वच्छ रखने में सहयोग देवंे। यह आवश्यक है कि हम अपने व अपने समाज के प्रति अपनी नैतिक जिम्मेदारी समझे और उसे पूरा करें। इसी क्रम में डाल्सा सचिव श्रीमती सूद द्वारा ऑनलाईन कार्यक्रम का आयोजन भी किया। ऑनलाईन कार्यक्रम में जानकारी देते हुए पैनल अधिवक्ता श्री रोहिताश्व कुमार तानेनिया ने कहा कि हम सभी को अच्छी और स्वस्थ जीवन शैली का पालन करने पर ध्यान देना चाहिए। हमें स्वस्थ जीवन और स्वस्थ रहने की आदतों का पालन करना चाहिए। वर्तमान समय को देखते हुए यह जाहिर होता है कि आज एक व्यक्ति का प्रतिरक्षा तंत्र काफी कमजोर हो गया है जिससे की भांति-भांति की बीमारियां फैल रही है कोविड-19 भी इसी का कारण है कि यह इतना भयंकर तरीके से फैल रहा है। अतः आवश्यक है कि हम एक अच्छी जीवन शैली को अपनाकर बीमारियों से बचें। आज विशेष कार्यदिवस के अवसर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा आम रास्तों पर पैम्पलेट्स भी बंटवायें गए जिनमें नालसा व रालसा द्वारा जारी जनकल्याणकारी स्कीम, शिक्षा के अधिकार के संबंध में जो बालक स्कूल छोड़ चुके है तथा जिन्होने स्कूल में प्रवेश नहीं लिया हेतु जारी विशेष अभियान इसी के साथ माननीय रालसा द्वारा बंदिजन हेतु जारी स्कीम, विधि से संघर्षरत बालको हेतु जारी विभिन्न जनकल्याणकारी स्कीमों, सपोर्ट टू सर्वाइवर, निःशुल्क विधिक सहायता, पीड़ित प्रतिकर स्कीम की जानकारी दी गयी।