टूटते रिश्तों को जोड़ने की पहल :अखिल भारतीय *खत्री-मोदी-अरोड़ा - OmExpress


समन्वय समिति दोनों परिवारों को बैठाकर गलतफहमी दूर करती है, जिम्मेदारी भी खुद लेती है ।
-29 जोड़ों को फिर से मिलाया : राष्ट्रीय अध्यक्ष : खत्री राजेन्द्र मोदी

-दिल्ली में पंजाबी खत्रीयों का हुजूम उमड़ा: अरविंद अरोड़ा ने खत्री राजेंद्र मोदी को उत्कृष्ट कार्यों के लिए किया सम्मानित ।*

नई दिल्ली।छोटी छोटी बातों को लेकर बिखरते परिवारों को फिर से जोड़ने के लिए खत्री -मोदी-अरोड़ा समाज ने एक पहल की है । पति-पत्नी और सास-बहू में छोटे-छोटे मन-मुटाव के चलते घर टूटने से बचाने के लिए माता हिंगलाज एंड वरुण देव चेरिटेबल ट्रस्ट की संरक्षक संस्था अखिल भारतीय खत्री मोदी अरोड़ा समन्वय समिति दोनों परिवारों को बैठा कर उनके बीच की गलतफहमी दूर करती है ।

अखिल भारतीय खत्री युवा महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अरविन्द अरोड़ा द्वारा गोल्डन मोमेंट्स बैंक्विट हॉल, करौल बाग, नई दिल्ली में 24 सितम्बर 2023 को आयोजित विशाल युवक युवती परिचय सम्मेलन व ( पं = पंजाबी तथा ख = खत्री ) *पंख पत्रिका* के विमोचन अवसर पर अखिल भारतीय खत्री मोदी अरोड़ा समन्वय समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष समाजसेवी एडवोकेट खत्री राजेन्द्र मोदी ने उपरोक्त उद्गार प्रकट करते हुए कहा कि हमारी समिति बीते मात्र 11 महीनों में सिख, सिंधी, तैलीय, पंजाबी, अरोड़ा, मोदी व ब्रह्म खत्री समुदाय में अलगाव की नौबत तक पहुंच चुके ऐसे 29 जोड़ों को फिर से मिला चुकी है, जिनमें ज्यादातर विवाहित जोड़ों के बीच छोटी छोटी बातों को लेकर वे अलग अलग रहते थे, खत्री राजेन्द्र मोदी ने आगे बताया कि इस कार्य के लिए उन्होंने एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया और ऐसे दंपत्ति ढूंढने शुरू किए जो छोटी छोटी बातों पर मन मुटाव को लेकर अलग अलग रह रहे थे । समिति के लोग दोनों के घरो पर जाकर सबसे पहले परिवार वालों से मुलाकात कर दोनों पक्षों की बात सुनते हैं, फिर दोनों परिवार और पति पत्नी से दो से चार – चार बार तक अलग अलग काउंसलिंग कर गलतफहमी दूर करते हैं,और जुड़े रहने के फायदे और अलग हो जाने के नुकसानों को बयां करते हैं, इस तरह अब तक 29 रिश्ते बचाए जा चुके हैं ।

माता हिंगलाज एंड वरुण देव चेरिटेबल ट्रस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेंद्र मोदी ने अपनी संस्था की और से अरविंद अरोड़ा व उनकी धर्म पत्नी विनीता अरोड़ा को समर्पित भाव से समाज सेवा करते रहने के लिए नवीन व हर्षवर्धन मोदी के साथ ‘सर्टिफिकेट ऑफ एप्रीसिएशन’प्रदान कर सम्मानित भी किया तथा समाज के लोगों को इनसे सीख लेने की प्रेरणा भी दी । इस अवसर पर दिल्ली विंग की अध्यक्षा ख्यातनाम समाजसेवी एडवोकेट नीरू मोंगिया ने अपनी टीम , रूपा मेहता, पूजा अरोड़ा, संजय मिश्रा, योगिता सिंह आदि के साथ अरविन्द अरोड़ा ने सम्माननीय राजेंद्र मोदी को साफा पहना कर, शाल ओढ़ाकर, मुमेंटो देकर सम्मानित किया
एक सज्जन द्वारा पूछे गए प्रश्न ” आप खत्री हैं, लेकिन मोदी क्यों लिखते हैं ? ” का उत्तर देते हुए राजेंद्र मोदी ने बताया कि 300 वर्ष पूर्व जब उनके पूर्वजों ने मुग़ल शासकों के अत्याचारों से परेशान होकर वर्तमान पाकिस्तान के सिंध प्रांत से पलायन करते हुए बीकानेर महाराजा के यहां शरण ली, तब उन्हे महाराजा के यहां जो भी काम मिले वो काम उन्होंने पूर्ण ईमानदारी और कर्तव्यनिष्ठा के साथ किए, फलस्वरूप उन्हे *मोदीजी* की उपाधि मिली, और वे अपने नाम के सामने मोदी लगाने लगे, मोदी ने ये भी बताया कि केवल राजस्थान में ऐसे *खत्री* जो अपने नाम के सामने *मोदी* लगाते है, करीब 2 लाख हैं । समय के साथ इनके बोलचाल की भाषा जरूर बदल गई है, वस्तुत: ये सब पंजाबी खत्री थे, पंजाबी खत्री हैं और पंजाबी खत्री ही रहेंगे ।