बीकानेर 26 दिसम्बर। राजकीय महाविद्यालयों में अध्ययनरत विद्यार्थियों की शिक्षण व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने और शिक्षक अभाव के कारण अध्ययन बाधित ना हो इस बात को ध्यान में रखते हुए आयुक्तालय काॅलेज शिक्षा द्वारा सभी राजकीय महाविद्यालयों को निर्देश जारी किये गये कि अध्ययनरत विद्यार्थियों के लिये शिक्षण व्यवस्था चाक चैबन्द करना सुनिश्चित करें।
आयुक्त काॅलेज शिक्षा राजस्थान श्री संदेश नायक ने बताया कि नवसृजित राजकीय महाविद्यालयों में अभी स्नातक स्तर पर प्रवेश कार्य पूर्ण हो गया है। अतः कोविड-19 से सुरक्षा हेतु सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन को ध्यान में रखते हुए विद्यार्थियों के लिये वैकल्पिक आॅनलाइन शिक्षण की व्यवस्था करवाई जा रही है। इसके तहत शिक्षकों के द्वारा ही व्याख्यान रिकाॅर्ड कर सोशल मीडिया प्लेटफाॅर्म के माध्यम से विद्यार्थियों को शेयर किये जा रहे हैं। उन्होनें बताया कि कुछ नवसृजित महाविद्यालयों में किन्हीं विषयों में शिक्षक पदस्थापन स्थिति शून्य हो सकती है परन्तु इस कारण विद्यार्थियों का नुक्सान नहीं हो और उन्हें उचित अध्ययन मार्गदर्शन मिल सके, इसके लिये प्रत्येक महाविद्यालय प्राचार्य को इस बात का ध्यान रखने और सभी 33 जिला संसाधन सहायता समितियों के अध्यक्ष प्राचार्यों को रेस योजनान्तर्गत आॅनलाइन अध्यापन व्यवस्था सुनिश्चित करवाने के निर्देश दिये गये हैं। श्री नायक ने कहा कि आयुक्तालय इस बात का पूर्ण प्रयास कर रहा है कि कोरोना के कारण विद्यार्थियों की पढ़ाई का नुक्सान ना हो और उन्हें वर्चुअल माध्यम से विषय ज्ञान, मार्गदर्शन एवं समस्या निवारण की सुविधा प्राप्त हो सके। उन्होनें बताया कि राजकीय महाविद्यालय में पद स्ािापित सभी शिक्षक अपने-अपने विषय के ई-कन्टेन्ट तैयार कर रहे हैं और इसकी प्रतिदिन माॅनिटरिंग आयुक्तालय के अकादमिक प्रकाष्ठ के द्वारा की जा रही है।

राजकीय डूंगर महाविद्यालय के प्राचार्य डाॅ. जी.पी.सिंह ने बताया कि महाविद्यालय के संकाय सदस्यों को आयुक्तालय के निर्देशों की पालना में प्रतिदिन ई-कन्टेन्ट अपलोड करने के निर्देश प्रदान किये गये हैं तथा विद्यार्थियों के हितों का हर सम्भव ध्यान रखा जा रहा है। डाॅ. सिंह ने बताया कि काॅलेज के कला, विज्ञान एवं वाणिज्य संकाय के सहायक एवम सह आचार्यों द्वारा प्रति सप्ताह 600 से भी अधिक यूट्युब वीडियो, पावर पाॅइन्ट, पीडीएफ, गृह समनुदेशन तथा व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से विद्यार्थियों को ई कंटेंट उपलब्ध करवाई जा रहे है।