बीकानेर।अणुव्रत समिति, गंगाशहर द्वारा अणुव्रत उद्बोधन सप्ताह के अंतर्गत आज नैतिकता के शक्तिपीठ के पावन प्रांगण में शासनश्री साध्वीश्री शशिरेखा जी के सानिध्य में संयुक्त रूप से सांप्रदायिक सौहार्द और अहिंसा दिवस मनाया गया। इस कार्यक्रम के साथ तीन संयोगों की त्रिवेणी भी थी, एक गुरुवेद तुलसी की मासिक पुण्य तिथि, दूसरी महात्मा गांधी का जन्म दिवस, तीसरा लाल बहादुर शास्त्री का जन्मदिवस। कार्यक्रम की मुख्य वक्ता डॉ. पुष्पा शर्मा और श्रीमती प्रेम बोथरा थी।कार्यक्रम का शुभारंभ मंगल मंत्रोच्चार और राजेंद्र बोथरा द्वारा “मिनख मिनख में भेदभाव री रेख अरे मत खींचो” भावों के हृदयस्पर्शी गीत के साथ हुआ।


अध्यक्ष भंवरलाल सेठिया ने बताया की साध्वी श्री शशिरेखा जी ने अपने मंगल उद्बोधन में इतिहास की विशिष्ट घटना को स्मृत्त करते हुवे कहा की “राजीव गांधी और संत लोंगोवाल समझौता गुरुदेव तुलसी के प्रयासों से संभव हुआ, और शांति का वातावरण बना। अणुव्रत मानव को मानवता का संदेश देने के लिए आवश्यक है।” साध्वी श्री कांत प्रभा जी ने गीतिका प्रस्तुत की।

मंत्री मनीष बाफना ने बताया की कार्यक्रम की मुख्यवक्ता डॉ. पुष्पा ने सांप्रदायिक सौहार्द विषय पर अपने विचार रखते हुवे कहा की ” हमे विश्व बंधुत्व की विरासत मिली है। आचार्य तुलसी द्वारा प्रतिपादित अणुव्रत सही मायनों में मानव धर्म है, और नैतिकता संवर्धन की भावना इसका हृदय।”
मुख्य वक्ता प्रेम बोथरा ने अहिंसा पर अपने विचार रखते हुवे कहा की ” हिंसा का कारण जीवन की असीमित महत्वाकांक्षाएं हैं। जीवन में तन , मन , और वचन तीनों के माध्यम से होने वाली हिंसा से बचना चाहिए।”

कार्यक्रम संयोजक मनोज सेठिया ने बताया की इस अवसर पर राष्ट्रीय प्रचार प्रसार मंत्री धर्मेंद्र डाकलिया ने अणुव्रत उद्बोधन सप्ताह की पृष्टभूमि और वर्तमान में लगभग 170 से अधिक शाखाओं के माध्यम से इसके आयोजन की जानकारी और इसका महत्व बताया साथ ही अणुव्रत विश्व भारती सोसायटी द्वारा चल रहे लगभग 45 से अधिक प्रकल्पों की भी जानकारी दी । और अणुव्रत को गुरुदेव तुलसी का एक महनीय अवदान बतलाया ।

आचार्य तुलसी शांति प्रतिष्ठान के महामंत्री दीपक आंचलिया ने कहा की सांप्रदायिक सौहार्द और अहिंसा एक दूसरे के पूरक हैं।

प्रचार प्रसार मंत्री हेमराज गुलगुलिया ने बताया की कार्यक्रम के अंतिम चरण में मुख्य वक्ताओं का अध्यक्ष भंवर लाल सेठिया, जतन दुगड़, माणक चंद सामसुखा, जीवराज जी सामसुखा, महिला मंडल अध्यक्ष संजू लालांनी, सहमंत्री अनुपम सेठिया , लक्ष्मी सेठिया ने सम्मान किया। मंत्री मनीष बाफना ने विचार रखे, आभार ज्ञापन संयोजक मनोज जी सेठिया ने किया। कार्यक्रम का कुशल संचालन सहमंत्री मनोज छाजेड़ ने किया।

संगठन मंत्री जैन मनोज सेठिया ने बताया की कार्यक्रम को सफल बनाने में किशन बेद, अनिल बेद, कुशल बाफना, मांगीलाल बोथरा , धर्म चंद सोनी का योगदान रहा